अमौर . अमौर प्रखंड स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मच्छट्टा में बीती देर शाम उपचार के दौरान प्रसूता और गर्भस्थ शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. उनका आरोप है कि उपचार में लापरवाही बरती गयी. इस कारण प्रसूता की मौत हुई है. महिला की मौत के बाद स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल बंद कर फरार हो गए. सूचना पर मौके पर पहुंची अमौर पुलिस ने हंगामा शांत कराया. मामले का लेकर स्वास्थ्य प्रशासन ने आरोपित दोनों एएनएम को प्रभार से मुक्त करते हुए घटना की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने भी पीड़ित पक्ष का आवेदन लिया है. मृतका टूसी प्रवीण, पति मो रिजवान, साकिन रहिका टोला मजराई, वार्ड 11, पंचायत मच्छटा, थाना अमौर, जिला पूर्णिया की निवासी बतायी गयी. मौके पर मृतका की बहन रूमी खातुन ने बताया कि मेरी बहन टूसी प्रवीण गर्भवती थी. रविवार की देर संध्या उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. उसे अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र मच्छट्टा में भर्ती कराया गया. अस्पताल में कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं थे. अस्पताल में दो एएनएम द्वारा उपचार शुरू किया गया और उपचार के दौरान एएनएम ने जैसे ही सूई लगायी कि उसकी बहन की हालत बिगड़ने लगी और पूरा शरीर काला गया पड़ गया. कुछ देर में उसकी बहन व गर्भस्थ शिशु की अस्पताल में ही मौत हो गयी. इस बीच दोनों एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल बंद कर फरार हो गये. मृतका की बहन रूमी खातुन ने एक लिखित आवेदन पत्र अमौर थाना प्रशासन को दिया है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एहतमामूल हक से पूछे जाने पर बताया कि मरीज की मौत की जानकारी मिली है, तत्काल दोनों एएनएम को प्रभार से हटा दिया गया है और घटना की जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जायेगी. उन्होंने बताया कि हर महीने ये दोनों एक्सपर्ट एएनएम के द्वारा ही डिलिवरी की जा रही थी क्योंकि डॉक्टर सिर्फ ओपीडी के लिए ही उपलब्ध हैं. सभी सेवा भी उपबंध है और 30 से 40 डिलिवरी हो ही जाती है. वहीं थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि मामले को लेकर मृतका के बहन के द्वारा आवेदन दिया गया है. जिस पर जांच के आदेश जारी कर दिये गये हैं और जांचोपरांत अग्रेतर कार्यवाही की जायेगी.
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