पूर्णिया. सामाजिक कार्यकर्ता और सर्जन डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने रेल सेवा के मामले में उपेक्षित पूर्णिया जिले को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि वर्तमान में देश भर में 50 वंदे भारत हाई स्पीड ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है, फिर पूर्णिया को क्यों हाई स्पीड ट्रेन की सुविधा नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि पूर्णिया जंक्शन और पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से सरकार को करीब 30 करोड़ का सालाना राजस्व प्राप्त होता है. यह राशि केवल यात्री किराये से प्राप्त होती है, जबकि पूर्णिया जंक्शन पर रैक प्वाइंट भी लगता है. इसके बावजूद पूर्णिया रूट पर लंबी दूरी की ट्रेन का परिचालन नहीं किया जा रहा है. जबकि पूर्णिया प्रमंडल में बसने वाले लोग वंदे भारत जैसी हाई स्पीड ट्रेन की जरूरत महसूस कर रहे हैं. डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि पूर्णिया के रास्ते पटना तक लिए चेयरकार वाली वंदे भारत ट्रेन और इसी रूट पर जोगबनी से पूर्णिया होते हुए देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई और दक्षिण भारत तक के लिए स्लीपर कोच वाली वंदे भारत ट्रेन का परिचालन होने से कटिहार और सहरसा स्टेशन पर पड़ने वालें यात्री दबाव को कम किया जा सकता है. इसके अलावा इस रूट पर हाई स्पीट ट्रेन के परिचालन से इस इलाके के लोगों का समय भी बचेगा और सीमांचल और कोसी के विकास की रफ्तार को भी गति मिलेगी. डॉ. एके गुप्ता ने समस्तीपुर डीआरएम और हाजीपुर स्थित रेलवे के अधिकारियों से इस दिशा में पहल करने का आग्रह किया है.
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