पूर्णिया. पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे के कार्यों में तेजी आयी है. शनिवार को जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार की अध्यक्षता में जिला मूल्यांकन समिति की बैठक हुई. बैठक में पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे जिन मौजों से होकर गुजरेगा उसका एमवीआर अद्यतन करने के लिए न्यूनतम मूल्यांकन पंजी के पुनरीक्षण हेतु गहन विमर्श किया गया. ज्ञातव्य हो कि जिला पदाधिकारी के निदेश के आलोक में अपर समाहर्ता पूर्णिया की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय दल द्वारा स्थल निरीक्षण कर भूमि की प्रकृति चिन्हित करने का कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है.ज्ञात हो कि प्रस्तावित पटना पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का 59.68 किलोमीटर दूरी का भाग पूर्णिया जिले से होकर गुजरेगी.
डीएम खुद कर रहे निगरानी
पूर्णिया डीएम अंशुल कुमार खुद इस प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को जमीन की जांच और अधिग्रहण का काम जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए हैं. सरकार की कोशिश है कि इस एक्सप्रेसवे का काम जल्द से जल्द पूरा हो, ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके.इन गांवों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेसवे पूर्णिया जिले के बरहरा कोठी, धमदाहा, के नगर, कस्बा, पूर्णिया पूर्व और डगरुवा प्रखंड से होकर गुजरेगा. जिले में इसकी कुल लंबाई करीब 60 किलोमीटर होगी और यह 36 गांवों को छुएगा. इसमें करीब 543 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी. इसके लिए गांवों के प्लॉट की पहचान की जा रही है और बाद में लोगों को मुआवजा दिया जाएगा. एक्सप्रेसवे की शुरुआत पूर्णिया जिले के बरहरा कोठी प्रखंड से होगी और यह डगरुवा प्रखंड के बरसौनी गांव में खत्म होगा.लोगों को यात्रा में होगी समय की बचत
इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से यात्रा में समय की बचत होगी. पटना और पूर्णिया के बीच आना-जाना आसान होगा. व्यापार, नौकरी और इलाज के लिए सफर आसान हो जाएगा. इलाके में विकास और रोजगार के नए मौके मिलेंगे. यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ सफर को छोटा बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी तेज करेगा.
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