पूर्णिया. भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय बलिदान दिवस के रूप में मनाया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज सिंह ने कहा कि डॉ. मुखर्जी एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी ही नहीं, एक महान शिक्षाविद, देशभक्त, राजनेता और अदम्य साहस के धनी थे. भारत के राष्ट्रवादी महापुरुष डॉ. मुखर्जी के विचारों में सम्पूर्ण भारत दिखता था. वे सम्पूर्ण भारत को एक रूप मानते थे. डॉ. मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे. वे मानते थे कि विभाजन संबंधी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी. वे मानते थे कि आधारभूत सत्य यह है कि हम सब एक हैं. हम सब एक ही रक्त के हैं. एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है. परंतु उनके इन विचारों को अन्य राजनीतिक दल के तत्कालीन नेताओं ने अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया. बावजूद इसके लोगों के दिलों में उनके प्रति अथाह प्यार और समर्थन बढ़ता गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित पूर्व जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल रंजन वर्मा, पूर्णिया सदर विधायक विजय खेमका, पूर्णिया उप महापौर पल्लवी गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष रामनारायण मेहता, अंगद मंडल, राजेश रंजन, अर्चना साह, जिला महामंत्री अरुण राय पुलक, संजीव सिंह, संजय पोद्दार जिला मंत्री सचिन राय, मीनाक्षी सिन्हा, नूतन गुप्ता, संजय मिर्धा, पिंटू पाण्डेय, प्रवक्ता अनिता साह, भाजपा नेत्री तारा साह, आरती जायसवाल, डॉ. संजीव, सुनील भंसाली, मनोज सिंह सीनियर, राजेश यादव, अमृत चौरसिया, गुप्तेश कुमार, श्यामदेव पासवान, प्रकाश दस समेत सैकड़ों की संख्याओं में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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