कल्याणपुर . स्थानीय पंचायत के वार्ड 10 मिर्जापुर गांव में बुधवार को आग ने 49 परिवारों के वर्षों से सजी अरमानों की बगिया को महज चाल मिनट में लील लिया. कुछ शेष बचा है तो खाक में तब्दील हो चुके उनके मेहनत की कमाई से एक-एक जोड़े गयी यादें. अनाज, कपड़ा, आभूषण सहित अन्य सामान राख हैं. ठंडी होते राख में नादान बच्चे अभी भी अपने खिलौनों को जोह रहे हैं. अग्नि पीड़ित मोचन साह की मानें तो बेटी की शादी की तैयारी के लिए रखे सामान भी जलकर खाक हो गये. रात में बारात तो आई बिना बैंडबाजा मंदिर पर रस्म निभा दिया गया. न किसी ने कोई नये कपड़े पहने नहीं कोई तामझाम. यहां तक कि पंडित ने भी उधार में ही शादी करायी. पीड़ितों को सरकारी मदद पहुंचाई जा रही है. इसको लेकर गुरुवार की सुबह सीओ शशि रंजन पीड़ितों के बीच पन्नी व ब्रेड के साथ अन्य सामान उपलब्ध कराया हैं. सीओ आपदा कोष से कम्युनिटी किचेन शुरू कराया है. इसमें दो सौ लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है. इससे तत्काल निवाले की व्यवस्था हो गई है. लेकिन आगे को लेकर सभी चिंतित हैं. बताते चलें कि बुधवार को रात अग्नि पीड़ित मोचन साह की पुत्री गायत्री कुमारी की शादी के लिए बारात लेकर अंगारघाट थाना क्षेत्र के सुपौल गांव के धर्मेंद्र कुमार मिर्जापुर पहुंचे. जिप अध्यक्ष खुशबू कुमारी के नेतृत्व विक्रांत कुमार ने शादी के लिए मंडप का रस्म व मेहमान-बारात के लोगों स्वागत के लिए भोजन के साथ लड़की विदाई की व्यवस्था की. स्थानीय मुखिया गंगा देवी के पति राजद प्रखंड अध्यक्ष रामबाबू राय बुधवार की शाम अग्नि पीड़ितों के बीच भोजन का व्यवस्था की. गांव के मलहु सहनी ने बताया कि 18 मई को उसके पुत्र दिनेश का विवाह है. आभूषण सहित घर में रखे 50 हजार रुपये नगद जल गये. पीड़ित अनीता देवी, नीतू कुमारी, सोना देवी, सोनावती देवी, कृष्णा कुमारी, रानी देवी, रोशनी देवी, पूनम देवी, चांदनी देवी, रोशनी कुमारी, फूलो देवी, शैल देवी, दुर्गा देवी, सोना देवी, रीता देवी, रूपम देवी आदि ने बताया कि रहने के लिए छत नहीं है.
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