Samastipur News:समस्तीपुर : जिले में सड़क दुर्घटनाओं की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. सड़कें जितनी बेहतर बन रही, वाहनों की रफ्तार भी तेज होती जा रही है. जिले में हर महीने औसतन 30 से 32 लोगों की जान सड़क दुर्घटना में जा रही है. कई मामलों में तो दुर्घटना के बाद चालक वाहन लेकर फरार हो जाते हैं. इस तरह के हिट और रन की घटनाओं में भी लोगों की जान जा रही है. वहीं वाहनों की टक्कर के साथ-साथ बाइक असंतुलित होने के कारण भी लोगों की जान जा रही है. जिले में एनएच, एसएच से लेकर लिंक और ग्रामीण पथों पर भी दुर्घटनायें हो रही है.जिले में एनएच 28 पर चिंहित छह ब्लैक स्पॉट पर पिछले तीन वर्षों में 61 दुर्घटनायें हुई है. इसमें 72 लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि इन ब्लैक स्पॉट पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुये सुरक्षा के मद्देनजर रंबल बनाये गये हैं. उजियारपुर थाना क्षेत्र में सातनपुर के पास एनएच 28 पर चिंहित ब्लैक स्पॉट पर तीन वर्षों में हुई आठ सड़क दुर्घटनाओं में आठ लोगों की जान गयी है.
– सबसे अधिक दलसिंहसराय के बसढ़िया में चिंहित ब्लैक पर 19 लोगों की गयी जान
वहीं उजियारपुर थाना क्षेत्र में चांदचौर के पास एनएच 28 पर चिंहित ब्लैक स्पॉट पर तीन साल में 11 सड़क दुर्घटनायें हुई हैं, इसमें 12 लोगों की जान गयी है. ताजपुर थाना क्षेत्र में राजधानी मोड़ के पास एनएच 28 पर चिंहित ब्लैक स्पॉट पर पिछले तीन साल में 11 सड़क दुर्घटनायें हुई है, इसमें 15 लोगों की जान गयी है. बंगरा थाना क्षेत्र के मुर्गियाचक में एनएच 28 पर चिंहित ब्लैक स्पॉट पर तीन साल में पांच सड़क दुर्घटनायें हुई, इसमें सात लोगों की जान गयी है. दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बसढ़िया एनएच 28 पर चिंहित ब्लैक स्पॉट पर तीन साल में 16 सड़क दुर्घटनायें हुई हैं, इसमें 19 लोगों की जान गयी है. वहीं दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के डैनी चौक के पास एनएच 28 पर चिंहित ब्लैक स्पॉट पर तीन साल में दस सड़क दुर्घटनायें हुई हैं, इसमें दस लोगों की जान गयी है.
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