Dispute at in-laws” house in Samastipur:वारिसनगर : अंततः आग से झुलसे पति और पुत्री की मौत के बाद नीतू ने भी तोड़ दम दिया. पटना के एक निजी अस्पताल में सोमवार की देर शाम उसकी मौत हो गयी. इससे पूर्व 27 मार्च को दरभंगा में इलाज के दौरान मासूम बच्ची की मौत हुई थी. वहीं 30 मार्च को नीतू के पति ने भी अपने परिवार को अलविदा कह दिया था. साथ ही तीसरे घायल पत्नी का इलाज पटना में चल रहा था जहां उसने भी दम तोड़ दिया. मौत की पुष्टि स्थानीय मुखिया अरुण कुमार भगत ने की है. बताते चलें कि गत 22 मार्च को रामपुर विशुन पंचायत अंतर्गत रघुनाथपुर गांव के रामजी साह के घर आये दामाद दरभंगा जिला के हायाघाट थानान्तर्गत सिरनिया गांववासी बैजनाथ साह के पुत्र अमित कुमार ने अपने ससुराल अपनी पत्नी व पुत्री को ले जाने आया था.
पत्नी की विदागरी नहीं करने से आहत था पति
बार-बार विदा करने की जिद के बावजूद ससुराल वालों द्वारा पत्नी की विदाई नहीं की जाने से आहत अमित ने 25 मार्च की रात अपने शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा लिया था. उसे बचाने के क्रम में पत्नी नीतू देवी, पुत्री अदिति व सास बबीता देवी भी बुरी तरह झुलस गई थी. आनन-फानन में युवक को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया. अन्य जख्मी को स्थानीय पीएचसी लाया गया. जहां से तीनों को दरभंगा रेफर किया गया था. जहां से परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए सभी को पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. घटना के 24 घंटे बाद पुत्री ने दम तोड़ दिया. इसके बाद 30 मार्च को घायल पति की भी मौत हो गई. 31 मार्च की शाम पत्नी भी जिंदगी से जंग हार गई. मृतका की मां का इलाज पटना में ही जारी है. मृतका के संबंधी ने बताया कि बारी-बारी से सभी का पटना में ही दाह-संस्कार कर दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है