Samastipur News:उजियारपुर : प्रखंड के चांदचौर मध्य पंचायत के वार्ड 12 स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामनगर में शनिवार को जैसे ही छात्रों को मध्याह्न भोजन थाली में पड़ोसा गया कि उसमें तैरती हुई मृत छिपकली पायी गयी. जिसे देखते ही छात्र सहम गये. शिक्षकों ने तुरंत बच्चों को भोजन खाने से रोका. शिक्षकों की सूझबूझ से बच्चे छिपकली के विषैले प्रभाव में आने से बच गये. घटना टल गई. बताया गया है कि विद्यालय में दलसिंहसराय के एनजीओ के माध्यम से बच्चों को पके भोजन आपूर्ति की जाती है. भोजन आने के बाद बच्चों को लाइन में बिठाकर उसे पड़ोसा जाने लगा. पांच बच्चों की थाली में भोजन पड़ोसा जा चुका था. इसी बीच लाइन में बैठे छठे छात्र के थाली में खिचड़ी के साथ मरा छिपकली भी पड़ोस दिया गया. बच्चें तुरंत इसकी सूचना शिक्षकों को दी. इसी के साथ शिक्षकों ने सभी छात्रों को खाना खाने से रोकते हुए बच्चों के हाथों से तुरंत थाली ले ली. बाद में एचएम द्वारा संबंधित एनजीओ कर्मी को सूचना देने पर बच्चों को बिस्कुट खिलाया गया.
मृत छिपकली देख सहमे शिक्षकों ने बच्चों को एमडीएम खाने से रोका
वहीं सूचना मिलने पर स्थानीय पंचायत समिति सदस्य हरिबल्लभ प्रसाद, सरपंच प्रतिनिधि बैद्यनाथ सिंह, वार्ड सदस्य प्रमोद पासवान, वार्ड पंच अर्जुन महतो आदि पंचायत प्रतिनिधियों ने विद्यालय पहुंच कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए. एचएम विनोद कुमार ने बताया कि विद्यालय में 298 बच्चे उपस्थित थे. जिनके लिए नव प्रयास एनजीओ भोजन देती है. भोजन में गड़बड़ी की सूचना पर भी विभागीय कार्रवाई नहीं होती है. उन्होंने कहा कि संस्था के मालिक की उच्च स्तरीय पहुंच के कारण मामला दबा दी जाती है. संयोगवश शनिवार को भोजन पड़ोसते ही छिपकली पर छात्रों की नजर पर गई. यदि बच्चें खा लेते और विष के प्रभाव से बीमार पड़ सकते थे. पंचायत प्रतिनिधियों ने एनजीओ द्वारा रेडीमेड भोजन पर रोक लगाते हुए विद्यालय में ही भोजन बनवाने की व्यवस्था लागू करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है