Samastipur News:विभूतिपुर : प्रखंड के पतैलिया में रामदेव वर्मा के तीसरी स्मृति पर आयोजित सेमिनार भारत में फासीवाद का उभार और कम्युनिस्ट के आंदोलन का सौ साल विषय पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि 2025 भारत में कम्युनिस्ट आंदोलन का सौ साल है. यह संयोग ही है कि इसी साल आरएसएस की स्थापना को भी सौ साल पूरे हो रहे हैं. भारत के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में आरएसएस अधिकांश समय तक हाशिए पर रहा. किंतु आज वह सत्ता में आकर पूरे देश को ब्राह्मणवादी-मनुवादी विचारधारा के शिकंजे में कसने की पूरी कोशिश कर रहा है. एक ओर मोदी सरकार भारत की साम्राज्यवाद-विरोधी विरासत के साथ विश्वासघात करते हुए अमेरिका के सामने घुटने टेक रही है, वहीं दूसरी ओर देश के भीतर संविधान और लोकतंत्र की हत्या करते हुए मुसलमानों, दलितों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं और आदिवासियों के अधिकारियों पर लगातार हमले कर रही है. माले बिहार राज्य कमेटी सचिव कुणाल ने कहा कि आज जब देश फासीवादी ताकतों के सबसे क्रूर हमले का सामना कर रहा है तो रामदेव वर्मा की अनुपस्थिति गहराई से महसूस होती है. काराकाट के सांसद और पोलित ब्यूरो सदस्य राजाराम सिंह ने कहा कि भाकपा माओवादी के महासचिव सहित अन्य छब्बीस लोगों की निर्मम हत्या की घोर निंदा करते हैं. पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि मिथिलांचल आजादी के आंदोलन के दौर से ही कम्युनिस्टों का एक मजबूत गढ़ रहा है. आज एक बार फिर से मिथिलांचल में उसी संघर्ष की तपिश पैदा करने की जरूरत है. केंद्रीय कमेटी सदस्य मंजू प्रकाश ने सेमिनार में भाग लेकर सफल आयोजन के लिए उपस्थित लोगों एवं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया. मंच पर जिला सचिव उमेश कुमार, ललन कुमार, फूलबाबू सिंह, अमित कुमार, दिनेश कुमार सिंह, महावीर पोद्दार, जीबछ पासवान, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रखंड सचिव अजय कुमार मौजूद रहे.
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