Samastipur News:समस्तीपुर : चुनाव लोकतंत्र की अभिव्यक्ति है. यह भारत के प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है. बेशक यह आपके बच्चे के लिए एक अलौकिक अवधारणा होगी. आपको इसे कई बार समझाना पड़ सकता है. इस समय विधानसभा निर्वाचन का शोर है. ऐसे में स्कूली बच्चों में भी चुनाव की प्रक्रिया जानने की उत्सुकता हो रही है. बच्चों को चुनावी प्रक्रिया समझाने के लिए विद्यालय में चुनाव कराया जायेगा. सरकारी स्कूलों में अब बाल संसद और मीना मंच के चुनाव पारंपरिक कागजी प्रक्रिया से नहीं, बल्कि मोबाइल और टैबलेट पर ईवीएम ऐप के जरिए होंगे. इस नई डिजिटल चुनाव प्रक्रिया को लेकर सभी प्रखंड के सभी प्रधानाध्यापकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा. ताकि, बच्चों के चुनाव अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और रोचक बन सकें. सभी प्रखंड संसाधन केंद्रो में प्रशिक्षण का संचालन किया जायेगा. चुनाव में भाग लेने के लिए छात्रों (उम्मीदवारों) द्वारा नामांकन दाखिल किया जायेगा. फिर चुनाव लड़ने वाले बच्चों (प्रत्याशी) को चुनाव चिन्ह वितरित किया जायेगा. प्रत्याशियों के समर्थकों ने अपने-अपने उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार किया जायेगा. मतदान से पहले पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों के लिए रवाना की जायेगी. बच्चों को पोलिंग पार्टी के बारे में बताया जायेगा कि किस प्रकार चुनाव संपन्न कराते हैं. बच्चों को पूरी प्रक्रिया समझाकर चुनाव को संपन्न कराने की प्रक्रिया की माॅनिटरिंग की जायेगी. उनको लोकतंत्र में मतदान की गोपनीयता के बारे में बताया जायेगा कि किस प्रकार से मतदान गुप्त रूप से किया जाता है. इस प्रकार से बच्चों को चुनावी प्रक्रिया से अवगत कराया जायेगा. डीपीओ एसएसए जमालुद्दीन ने बताया कि मतदान करना एक अच्छे नागरिक होने का हिस्सा है, और अब बच्चों को चुनावों और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बारे में बताने का सही समय है. मतदान की प्रक्रिया एक बार की बातचीत नहीं हो सकती क्योंकि चुनाव के नतीजों का हमारे जीवन के हर पहलू पर प्रभाव पड़ता रहेगा. साथ ही, बच्चों को छोटी उम्र से ही अपनी राय व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है.
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