Samastipur News:वारिसनगर : लाख इलाज के बावजूद कई बीमारियों से जूझ रही है वारिसनगर की बिजली. बीमारियों का कारण कभी अत्यधिक गर्मी, कभी बारिश का पानी तो कभी तेज हवा बतायी जाती है. बीमारियों में इंसुलेटर का ब्लास्ट होना, जम्फर से तार गिरना तो कभी 33 केवीए का ऑफ होना विभाग के कर्मियों द्वारा उपभोक्ता ग्रुप पर मैसेज के माध्यम से बताया जाता है. ऐसे में उपभोक्ताओं का हाल क्या होता यह वही जानते होंगे. कई महीनों से विभाग भी इस चरमरा रही विद्युत आपूर्ति से परेशान ही नजर आते हैं. पिछले डेढ़ महीनों की हालत पर गौर करें तो 5 मई से लेकर 6 मई तक 33 हजार केवीए में खराबी की बात कह 16 घंटे बाधित रखी गई बिलजी. 30 मई को जहां 14 घंटे, 31 मई को करीब 11 घंटे गुल रही बिजली. वहीं गुरुवार की रात करीब 1 बज कर 12 मिनट पर बिजली गुल हो गई. यह शुक्रवार दोपहर 11 बजकर 48 मिनट पर चालू की गई. इस बीच विभाग द्वारा ग्रुप मैसेज कर बताया गया कि 33 केवीए ऑफ हो गया है. दूसरी ओर जो बिजली दोपहर को जो आयी वो दिन से लेकर देर शाम तक आंख मिचौनी करती रही. अब सवाल उठता है कि जब उपभोक्ता से विभाग मेंटेनेंस चार्ज लेती है. पदाधिकारी से लेकर मानव बल तक दिन-रात विद्युत आपूर्ति बरकरार रखने को तत्पर दिखते हैं तो मौसम पूर्व तैयारी में खामी है या कुछ और?. समस्या को लेकर जब विभागीय पदाधिकारी से संपर्क की जाती है तो उनका कहना होता है कि बिजली मोहनपुर ग्रिड से वाया खानपुर मिलती है. जिस रास्ते की दूरी 40 से 45 किलोमीटर पड़ जा रही है. कई वृक्ष हैं जो इसे डिस्टर्व करते हैं.
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