Love affair in Samastipur:विभूतिपुर. थाना क्षेत्र के एक गांव में प्रेम कहानी का दुखद अंत हुआ, जब कथित रूप से अपहृत प्रेमिका को अदालत ने नाबालिग मानते हुए उसके परिवार के साथ रहने की अनुमति दे दी, जबकि उसके कथित प्रेमी को जेल की हवा खानी पड़ी.मामले की तहकीकात कर रहे विमल कुमार सिंह ने जानकारी दी कि 27 मार्च को लड़की के पिता ने अपनी बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें युवक को नामजद किया गया था. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को बरामद कर लिया और न्यायालय के समक्ष पेश किया.
इससे पहले, कानून की प्रक्रिया का पालन करते हुए किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराया गया. अदालत ने सभी तथ्यों और मेडिकल रिपोर्ट पर विचार करने के बाद किशोरी को उसके परिवार के साथ वापस भेज दिया. वहीं, दूसरी ओर, आरोपी युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है. एक तरफ जहां लड़की के परिवार वाले राहत की सांस ले रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ युवक के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग गया है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है और मामले की गहन छानबीन कर रही है. यह घटना प्रेम और कानून के टकराव का एक और उदाहरण बनकर सामने आई है, जिसमें एक नाबालिग लड़की को सुरक्षा मिली और उसके कथित प्रेमी को उसकी कथित गलती की सजा भुगतनी पड़ी.
सिरसी से लापता चार नाबालिग दिल्ली से बरामद
विभूतिपुर : थाना क्षेत्र की महथी दक्षिण पंचायत के सिरसी गांव से लापता चार नाबालिग बच्चे को पुलिस ने दिल्ली से बरामद कर लिया है. बच्चों ने पुलिस को बताया कि दिल्ली घूमने चले गये थे. एसडीपीओ सोनल कुमारी ने भी थाना पहुंच कर चारों बच्चों से पूछताछ कर आवश्यक निर्देश दिया. बताते चलें कि ब्रह्मदेव राउत द्वारा स्थानीय थाने में आवेदन दिया गया था. पुलिस कांड अंकित कर बरामदगी में जुटी थी. इसमें पुलिस को सफलता मिली. थानाध्यक्ष आनंद कुमार कश्यप ने बताया कि चारों बच्चों को न्यायालय में उपस्थित कराया जायेगा. जहां उसकी बातों को कलमबद्ध करने के बाद कोर्ट से आदेश मिलने पर बच्चों को उसके परिजनों को सौंप दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है