Samastipur News:मोरवा : प्रखंड क्षेत्र से प्रेमीयुगल के घर से फरार होने का सिलसिला जारी है. घटना पुलिस के लिए सर दर्द बना है. क्राइम कंट्रोल से ज्यादा इन आशिकों को बरामद कर कोर्ट में बयान करने में पुलिस ज्यादा परेशान है. बीते एक साल में 119 प्रेमीयुगल ने परिवार को अलविदा कहा. 63 युवतियों को शादी के बाद बरामद किया गया. वहीं 14 युवतियां शादी के पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ गई. दर्जनों जोड़ी अभी भी पुलिस की नजरों से ओझल हैं. 13 मामले में घर से निकली किशोरी मां बनने के बाद घर लौटी है.
क्राइम कंट्रोल की जगह बयान दर्ज कराने में पुलिस परेशान
17 महिलाएं अपने पति और बच्चों को छोड़ अपने आशिक का दामन थाम चुकी है. 7 युवतियों ने महज इसलिए खुदकशी कर ली कि उसे अभिभावक के दबाव के कारण आशिक को छोड़ना पड़ा. चार युवतियों ने तो घर के सारे गहने जेवर और पैसे लेकर परिवार वालों को अलविदा कह दिया. पुलिस का कहना है कि ऐसी घटनाएं हत्या, चोरी, डकैती व अन्य संगीन मामलों पर भारी पड़ता जा रहा है.
17 विवाहित महिलाओं ने पति व बच्चों को छोड़ आशिक का दमन थामा
परिजनों द्वारा पुलिस पर दबाव बनाया जाता है. हलई थाना क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों से एक महीने में सात जोड़ियां फरार हुई है. इसमें चार को बरामद किया गया है. थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि पुलिस क्राइम कंट्रोल के लिए नीति बनाती है. इसके लिए कर्मियों को जिम्मेदारी सौंप जाती है. इसी बीच प्रेमीयुगल के भागने का मामला सामने आता है.
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