Samastipur News: मोरवा : प्रखंड के लोग एक अदद डिग्री कॉलेज के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में लोगों के लिए राहत भरी खबर है कि जल्द ही अब इंदिरा गांधी डिग्री कॉलेज के दिन बहुरने वाले हैं. 40 साल पुराने संस्थान को एक बार फिर जीवंत करने की कवायद शुरू की गई है. शिक्षक बहाली से लेकर व्यवस्था में पूर्ण परिवर्तन को लेकर रूपरेखा बनाई गई है. जिसके तहत डिग्री कॉलेज की मान्यता प्राप्त करने और उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को बेहतर व्यवस्था प्रदान करने की प्रयास किये जा रहे हैं. कॉलेज के संस्थापक सचिव तारणी प्रसाद राय ने बताया कि 40 साल से यह विद्यालय न जाने कितने उतार-चढ़ाव देखे हैं. करीब 10 साल तक क्षेत्र के बच्चों के लिए बेहतर काम कर रहे इस संस्थान की कुछ लोगों के द्वारा पूरी व्यवस्था को मटियामेट कर दिया गया. महाविद्यालय की मान्यता रद्द की गई. पूरी व्यवस्था ही चौपट हो गयी. उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को दूसरे प्रखंडों का सहारा लेना पड़ा है. सरकार की घोषणा के नियम अनुसार हर प्रखंड में एक डिग्री कॉलेज की स्थापना होनी है. ऐसे में एक बार फिर इस महाविद्यालय को जीर्णोद्धार करने के लिए शुरुआत की गई है. सभी विषयों में शिक्षकों की बहाली को लेकर रिक्तियां निकाली गई है. बताते चलें कि निकसपुर पंचायत का काफी पुराना महाविद्यालय लोगों की उम्मीद पर खड़ा उतरने के पहले ही दम तोड़ दिया है. महाविद्यालय की पुनर्स्थापना की बात निश्चित रूप से क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर है. उम्मीद की जा सकती है कि नये वित्तीय वर्ष से डिग्री स्तर की पढ़ाई की सारी व्यवस्था शुरू हो जायेगी. सचिव ने बताया गया कि कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर मानक के अनुरूप लाने के लिए व्यवस्था की जायेगी. शिक्षा के इस मंदिर को फिर से जीवंत किया जायेगा. आने वाले समय में शिक्षा को लेकर यह बच्चों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा क्षेत्र के बच्चे बाहर जाने से बचेंगे.
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