Samastipur news:मोहिउद्दीननगर : कस्तूरबा गांधी सादगी, त्याग व संघर्ष की प्रतिमूर्ति थीं. जीवन में शिक्षा के साथ सदाचार की उपयोगिता को असरदार करवाने वाली बा स्त्रियों के लिए जीवन पर्यंत प्रेरक बनी रही. यह बातें शुक्रवार को मुर्गियाचक स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के सभागार में आयोजित कस्तूरबा गांधी की जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीइओ डॉ. मधुकर प्रसाद सिंह ने कही. अध्यक्षता एचएम मधुकर कुमार ने की. संचालन निर्मला कुमारी ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत आगत अतिथियों द्वारा कस्तूरबा गांधी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ की गई. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में कस्तूरबा गांधी का योगदान अविस्मरणीय है. वह वाकई में नारी सशक्तिकरण के मिसाल थी. बालिकाओं की शिक्षा देश और समाज के विकास के लिए अति आवश्यक है. सरकार इन्हें आगे बढ़ाने के लिए हर स्तर से प्रोत्साहित कर रही है. वर्तमान परिवेश में सभी को छात्र-छात्राओं के बीच भेद को खत्म करने के लिए आगे आने की जरूरत है. विद्यालय की छात्रा नैना, चांदनी, पूजा, काजल, स्नेहा, खुशी, शिवानी, अनामिका, अंजली, रितु, ज्योति ने नृत्य संगीत,प्रहसन, लघु नाटिका प्रस्तुत कर उपस्थितियों का मन मोह लिया. कार्यक्रम का संयोजन वार्डेन ममता कुमारी ने किया. इससे पूर्व छात्राओं ने प्रभातफेरी निकाल कर आमजन को विद्यालय में छात्राओं का नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया. वहीं 8 वीं कक्षा की छात्राओं के बीच प्रगति पत्रक व स्थानांतरण पत्र का वितरण किया गया. इस मौके पर शिक्षक रवींद्र प्रसाद सिंह, हरेकृष्ण राम, मनोज राय मौजूद थे.
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