Samastipur news:समस्तीपुर : शिक्षा विभाग सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के बाद आधारभूत संरचनाओं की कमी दूर करने की एक विशेष रणनीति बनाया है. अप्रैल में सभी विद्यालयों के आधारभूत संरचनाओं का सर्वे कराने का निर्णय लिया हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने डीईओ को इस संबंध में पत्र भेजा है. डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि सभी सरकारी विद्यालयों के एचएम को ई-शिक्षाकोष पोर्टल के माध्यम से विद्यालय में उपलब्ध आधारभूत संरचना व जरूरतों (डिमांड) यथा, चहारदीवारी, अतिरिक्त कक्ष व अन्य की इंट्री कराने का आदेश दिया गया है. हर हाल में 15 अप्रैल तक इंट्री कराने को कहा गया है. ताकि, अग्रेत्तर कार्रवाई तेज गति से की जा सके. इस बार विद्यालय की चहारदीवारी का निर्माण कराना पहली प्राथमिकता में शामिल हैं. ताकि, विद्यालय में शैक्षणिक महौल को और दुरुस्त किया जा सके. अपर मुख्य सचिव ने डीईओ को भेजे पत्र में कहा है कि विद्यालय की चहारदीवारी, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, टंकी के साथ समरसेबल पम्प, अतिरिक्त वर्ग कक्ष, विद्युत आपूर्ति व अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सर्वे कराया जाये. ताकि, मई माह में सूबे के सरकारी विद्यालयों में छुटे हुए सभी आधारभूत संरचनाओं को एक साथ स्वीकृति दी जा सके. पिछले वित्तीय वर्ष में विद्यालयों में बड़े पैमाने पर बोरिंग करायी गयी थी. इसका लाभ भी बच्चों व स्कूल प्रशासन को मिल रहा है. साथ ही विद्यालयों में करीब एक हजार शौचालयों का निर्माण कराया गया था. बेंच-डेस्क की आपूर्ति, विद्युतीकरण, अतिरिक्त वर्ग कक्ष, स्कूल भवन व अन्य कई कार्य विद्यालय में कराए गए. लेकिन, सीमित विद्यालयों में ही चहारदीवारी का निर्माण कराया गया. चहारदीवारी नहीं रहने से विद्यालय में शैक्षणिक माहौल विकसित करना स्कूल प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है. शिक्षा विभाग ने इस साल प्राथमिकता के साथ स्कूल की चहारदीवारी निर्माण कराने का निर्णय लिया है.
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