Samastipur News: पूसा : डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित ईख अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने गन्ना उत्पादन वाले प्रक्षेत्रों का भ्रमण किया. इस दौरान निदेशक डा देवेंद्र सिंह ने कहा कि गन्ने की बेहतर फसल लेने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग करने की जरूरत है. वैज्ञानिकों के साथ प्रक्षेत्र भ्रमण में बेहतर उत्पादन से संबंधित कई सुझाव दिये. निदेशक ने कहा कि गन्ना के एकल गांठ पौधे से नाभिकीय बीज तैयार किया जा रहा है. इसमें राजेंद्र गन्ना 2 और राजेंद्र गन्ना 5 लगाया गया है. दोनों प्रभेद सीआरवीसी नई दिल्ली द्वारा रिलीज एवं नोटिफाएड है. किसानों को नवीनतम प्रभेदों एवं वैज्ञानिक तकनीक पर आधारित खेती करने की आवश्यकता है. अब आवश्यक है कि खेती में मशीनीकरण का उपयोग करें. विकसित कृषि संकल्प अभियान में संस्थान के वैज्ञानिकों ने गांव-गांव जाकर प्रक्षेत्रों में चीनी मिल क्षेत्रों के गन्ना किसानों को तकनीकी जानकारी भी दे रहे हैं. बिहार सरकार गन्ना मंत्रालय भी गुड़ निर्माण कार्य के लिए किसानों, युवाओं एवं उद्यमी को प्रोत्साहित कर रही है. बिहार सरकार के नियमानुसार मशीनों के खरीद पर सब्सिडी भी देने का प्रावधान है. जिससे गन्ना उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा. वैज्ञानिकों की टीम हरीनगर चीनी मिल प्रक्षेत्र भ्रमण भी किया. इसमें डॉ बलवंत कुमार, डॉ नवनीत कुमार एवं डॉ अनिल कुमार आदि शामिल थे.
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