Rigging in NEET UG entrance exam:समस्तीपुर: पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मुफस्सिल थाना की पुलिस ने रविवार को गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर नीट परीक्षा में धांधली की साजिश कर रहे एक सरकारी चिकित्सक सहित दो शातिर को रंगेहाथ गिरफ्तार किया. आरोपितों की पहचान विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बेलसंडी तारा गांव के लक्ष्मी प्रसाद सिंह के पुत्र डाक्टर रंजीत कुमार और दरभंगा जिला के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के रहमगंज काली मंदिर निवासी सुरेश मल्लिक के पुत्र रामबाबू मल्लिक के रुप में बताई गई है. गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने 1 कार, 50 हजार नकद, तीन मोबाइल बरामद किया है. सोमवार को सदर अनुमंडल पुलिस कार्यालय में एएसपी संजय पाण्डेय ने प्रेस वार्ता कर मामले का पर्दाफास किया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपित एक संगठित गिरोह के सदस्य है, जो नीट परीक्षा में धांधली कर मूल अभ्यर्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थी यानी स्कॉलर को परीक्षा में शामिल करते हैं, ताकि अधिकतम प्राप्तांक प्राप्त हो सके और अभ्यर्थियों हो सके. हलांकि, इसको लेकर पहले से स्थानीय पुलिस व पुलिस की जांच एजेंसिंया सतर्क थी. रविवार को जिले के विभिन्न केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा के सफल संचालन को लेकर स्थानीय पुलिस व अन्य ऐजेंसियां सतर्कता के साथ निगरानी कर रही थी. इस दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली की समस्तीपुर में एक गिरोह सक्रिय है, जो रविवार को परीक्षा अवधि में एक कार से इधर उधर धुम रहा है और नीट परीक्षा में छेड़छाड़ कर मूल अभ्यर्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थी यानी स्कॉलर को परीक्षा में शामिल करने की कोशिश में लगा है. मामला संज्ञान के आने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तत्काल एसआइटी गठित की गई. पुलिस की एक टीम परीक्षा केंद्र के आसपास लगातार निगरानी कर रही थी. वहीं दूसरी टीम संदिग्ध कार की पहचान में जुटी थी. इस क्रम में देर रात पुलिस ने मोहनपुर पुल के समीप बीआर07एपी7233 कार की पहचान कर उसकी जांच की और कार सवार उक्त दोनों आरोपितों से पूछताछ की गई.
गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने 1 कार, 50 हजार नकद, तीन मोबाइल बरामद
पूछताछ में दोनों आरोपितों ने नीट परीक्षा में धांधली की साजिश का राज खोला. बताया कि वह नीट परीक्षा में समस्तीपुर एवं अन्य जगहों पर मूल अभ्यर्थियों के जगह फोटो पहचान पत्र एवं कूटरचना कर स्कॉलर को बैठाते हैं. समस्तीपुर में भी स्कॉलर बैठाने के सेंटिंग करने की बात कही. जब दोनों आरोपितों के मोबाइल की जांच की गई तो उसमें नीट परीक्षा से संबंधित कई दस्तावेज और अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड मिला. उसके वाट्सऐप नंबर की जांच करने पर नीट परीक्षा के कई परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, हस्ताक्षर, फोटो आदि अदान प्रदान करने का साक्ष्य मिला. गिरफ्तार आरोपित डाक्टर रंजीत कुमार बेगूसराय जेल में सरकारी चिकित्सक के पद पर कार्यरत है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर साक्ष्य के आधार पर पुलिस आगे अनुसंधान में जुटी है. छापेमारी दल में मुफस्सिल थानाध्यक्ष अजीत प्रसाद, तकनीकी शाखा प्रभारी पुनि शिवपूजन कुमार, पुनि चंद्रकेतु कुमार, पुअनि प्रमोद मंडल, चंद्रभूषण कुमार, दीपक कुमार, अमित कुमार, सिपाही गौतम कुमार, यशवंत कुमार, अखिलेश कुमार समेत सशस्त्र बल शामिल है.
मूल अभ्यर्थियों से स्कॉलर के लिए 2 से 5 लाख रुपये की उगाही
पुलिस ने नीट परीक्षा में धांधली की साजिश कर रहे बदमाशों के मंशा पर पानी फेर दिया. पूछताछ में पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि वह मूल अभ्यर्थियों से स्कॉलर के लिए 2 से 5 लाख रुपये तक मोटी रकम वसूलता था. एएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपितोंकी निशानदेही पर गिराेह में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश जारी है. गिरोह के द्वारा नीट परीक्षा 2025 में जिन अभ्यर्थियों के बदले स्कॉलर बैठाने की बात बतायी गई है. उनके संबंध में भी अनुसंधान किया जा रहा है. एसएसपी ने बताया कि पुलिस की तत्परता से बदमाशों की यह साजिश नाकाम हो गई और नीट परीक्षा पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा.
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