The great festival of Chaiti Chhath in Samastipur:
समस्तीपुर : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ के दूसरे दिन व्रतियों ने खरना का प्रसाद बनाकर छठी मइया को भोग अर्पित किया. सुबह से ही घरों में इसकी तैयारी चल रही थी. एक-एक कर सभी सामानों को जुटाया गया. मिट्टी के नये चुल्हे जलाकर प्रसाद बनाये गये. व्रतियों ने पूरी निष्ठा के साथ चावल की खीर और गेहूं की रोटियां घी लगाकर छठी मईया को भोग अर्पित किया. इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरु हो गया. तीसरे दिन व्रती सोमवार को अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करेंगे.– निगम प्रशासन की ओर से छठ पूजा को लेकर शहर में बूढ़ी गंडक नदी और तालाब में साफ सफाई व सज्जे का काम पूरा, व्रतियों के सुविधा के अनुरुप तैयारी
छठ पूजा के पारंपरिक गीतों की अनुगूंज जनमन को आह्लादित करने लगी है. छठ महापर्व का यह उल्लास मानव जीवन की आस्था, संवेगात्मक प्रवाह और आध्यात्मिक तरंगों के निनाद को प्रस्फुटित कर रहा है. पंडित रमाकांत झा ने बताया कि वर्ष में षष्ठी देवी की पूजा का आयोजन दो बार होता है. चैती षष्ठी पूजन व्रत और कार्तिक में डाला षष्ठी पूजन व्रत. भगवान सूर्य की आराधना से पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. मनुष्य को रोग, शोक, भय आदि से मुक्ति मिलती है.घाटों पर साफ सफाई, बैरिकैरिंग, लाइटिंग व चेजिंग रुम की व्यवस्था
निगम प्रशासन की ओर से शहर के बूढ़ी गंडक नदी समेत विभिन्न तालाब के छठ घाटों पर साफ-सफाई व साज-सज्जे का काम पूरा कर लिया गया है. छठ घाटों पर व्रतियाें की सुविधा के लिए बैरिकैरिंग, रौशनी, चेजिंग रुम, पथ प्रकाश की व्यवस्था की गई है. बुधवार को नगर आयुक्त केडी प्रज्जवल ने शहर के बूढ़ी गंडक नदी के किनारे विभिन्न छठ घाटों पर तैयारी का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि निगम प्रशासन की ओर से छठ व्रतियों की सुविधा को लेकर सभी इंतजाम किये गये हैं. नगर आयुक्त ने बताया कि निगम प्रशासन की ओर से रामनवमी को लेकर भी तैयारी चल रही है. निगम के सभी पदाधिकारी व कर्मियों को निर्देश दिये गये हैं.बाजार में जमकर हुई खरीदारी
रामनवमी और चैती छठ को लेकर बाजार में चहल पहल बढ़ गई है. बुधवार को देर शाम तक बाजार में लोग खरीदारी करते नजर आये. पूजन सामग्री और फल सब्जियों की दुकान पर लोगों की भीड़ दिखी. बड़ी संख्या में लोग सुप, डाला, फल, मिठाई, मिट्टी के बर्तन व पूजन सामग्री खरीदे. फल सब्जियों के दाम में इजाफा देखा गया. इधर, घाटों पर साफ-सफाई का काम पूरा हो चुका है. घर आंगन में भी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है