मोरवा . चकसिकंदर पंचायत में जब हंगामे पर लोग उतरे तो प्रशासन की नींद खुली. आननफानन में पेय जल आपूर्ति के लिए कवायद शुरू हुई. भीषण गर्मी में पानी की समस्या से जूझ रहे लोग अब शीतल पेयजल का इंतजार कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि पानी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज करेंगे. बताते चलें कि बुधवार को प्रखंड मुख्यालय में काफी हंगामा मचाने के बाद गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सड़कों पर उतर आये. ताजपुर-बसही सड़क को जाम कर दिया. प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. महिलाएं हाथ में बाल्टी लेकर आक्रोश प्रकट कर रही थी. मामला था भीषण गर्मी में पेयजल की आपूर्ति का. जिससे कि लोग महीनों से वंचित हो रहे हैं. बताया जाता है कि इस पंचायत में नल जल व्यवस्था अधिकांश जगहों पर ध्वस्त हो चुकी है. कहीं मोटर की चोरी हो चुकी है तो कहीं नल जल योजना को निजी संपत्ति मान कर लोग उसका निजी कामों में उपयोग करते हैं. आम जनता बेहाल हो चुकी है. कई बार प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया गया लेकिन कुंभकर्णी नींद में सोई प्रशासन तब जगी जब जनता सड़कों पर उतरी. स्थानीय मुखिया ब्रजेश प्रसाद राय के द्वारा कई बार पीएचइडी विभाग के अधिकारियों से गुजारिश की गई लेकिन अधिकारियों ने जनता की समस्या पर ध्यान नहीं दिया. बताया कि वार्ड 3 के लगभग 250 से अधिक लोगों को नल जल का पानी नहीं मिलने के कारण गुरुवार की सुबह से ताजपुर-बसही गंज मुख्य मार्ग के चकपहाड़-चकसिकंदर के सीमान शंकर चौक के समीप बाल्टी बांस-बल्ला आदि लेकर जाम कर दिया. पूर्व पैक्स अध्यक्ष राजेश प्रसाद राय, संतोष कुमार यादव आदि ने लोगों को समझा कर मामला शांत कराया.
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