Crime news from Samastipur: मोरवा : लगातार लूट की घटनाओं को अंजाम देकर विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र का प्रिंस कुमार पुलिस के समक्ष चुनौती पेश कर रहा था. एक के बाद एक कई संगीन मामले को अनजान देने के बाद वह पुलिस को खुली चुनौती पेश कर रहा था लेकिन उसके काले करतूत उस समय धरे के धरे रह गये जब फायरिंग के दौरान वह दलसिंहसराय में पकड़ा गया. मॉब लींचिंग में उसकी मौत हो गई. बताया जाता है कि प्रिंस करीब दर्जन भर घटनाओं को वह अंजाम दे चुका था. हलई थाना की पुलिस ने ही उसके घर से तीन बाइक बरामद किया था. बताया जाता है कि गाड़ी लूट करने के बाद बदमाशों के द्वारा उसके रंग को बदल दिया जाता था और नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ कर उसे बेचने की कवायद की जाती थी. पुलिस का कहना है कि वह अक्सर लूट की घटना को अंजाम देने के बाद ठिकाना बदल लेता लेकिन पुलिस ने पूरे मामले की पड़ताल करते हुए उसकी पोल खोल दी. हालांकि घटना के पोल खुलने के तुरंत बाद ही वह भीड़ के हत्थे चढ़ गया.
– हलई पुलिस ने बरामद किया एक पल्सर व दो अपाचे बाइक
थानाध्यक्ष राहुल कुमार के अनुसार वरुणा पुल के समीप हुए पल्सर 220 बाइक की घटना के दिन ही उसने मोहिउद्दीननगर, विद्यापतिनगर, दलसिंहसराय आदि जगहों पर लूट की घटना को अंजाम दिया था. वहीं उसके शागिर्द बॉबी द्वारा भी विद्यापतिनगर और दलसिंहसराय में भी घटना को अंजाम दिया गया था. करीब 10 दिन पहले पुलिस ने पूरे मामले का उद्वेदन करते हुए उसके पूरे गिरोह को खंगाल दिया था. गिरोह का सरगना भदैया निवासी बॉबी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया था लेकिन प्रिंस पुलिस की नजरों से ओझल था. किसी तरह वह पुलिस की नजरों से बचकर फायरिंग की घटना को अंजाम देने के लिए दलसिंहसराय के गल्ला व्यवसायी के पास पहुंचा था लेकिन इसी बीच हुआ भीड़ के हत्थे चढ़ गया. एक अन्य बदमाश मुजफ्फरपुर शंकरपुर निवासी मंजय पासवान के बेटे प्रेम पासवान के साथ उसकी मौत हो गयी. इस तरह प्रिंस कुमार की हुई मॉब लिंचिंग के दौरान मौत के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है. पुलिस का कहना है कि उसका कई थानों में आपराधिक इतिहास रहा है. बताया जाता है कि 9 सदस्यीय गिरोह के पर्दाफाश होने के बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिलती नजर आ रही है.
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