Education news from Samastipur:समस्तीपुर : राजभाषा आयोग, भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा देश के तीन विद्वान साहित्यकारों में से एक डॉ उमाशंकर प्रसाद साहू को राजभाषा आयोग के सदस्य के रूप में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव द्वारा नामित किया गया है. बता दें कि राजभाषा आयोग में 30 लोकसभा के सदस्य व 20 राज्यसभा के सदस्य होते हैं और यह गृह मंत्रालय के के अधीन होता है. जिसके अध्यक्ष गृहमंत्री श्री अमित शाह हैं. राजभाषा आयोग हिंदी को राजभाषा के रूप में मान्यता दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके साथ विभिन्न मातृ भाषाओं के लिए कार्य करता है. डॉ उमाशंकर साहू को राजभाषा आयोग के सदस्य के रूप में नामित होने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बधाई दिया है. डॉ साहू भोजपुरी और हिंदी भाषा के लिए पिछले कई वर्षों से विभिन्न संगठनों और संस्थाओं से जुड़कर काम कर रहे हैं और भाषा की सेवा के लिए देश के विभिन्न राज्यों और विदेश से लगातार जुड़े हुए है. भाषा विकास के लिए डॉ साहू देश के कोने-कोने में साहित्य सम्मेलनों का आयोजन और उनकी सफलता के लिए अहम भूमिका निभाते रहे हैं. साथ ही जब-जब हिंदी और और मातृभाषाओं की बात आती है तो वह प्रखर ढंग से भाषाओं के पक्ष को रखते हैं. इसके लगन व परिश्रम को देखते हुए गृह मंत्रालय द्वारा उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है. डॉ साहू अखिल भारतीय साहित्य परिषद के बिहार के मंत्री और राष्ट्रीय भोजपुरी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष हैं के साथ-साथ ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के आत्माराम रामनिरीक्षण महाविद्यालय में प्राध्यापक है. काॅलेज के प्रधानाचार्य प्रो डॉ सुरेंद्र प्रसाद, बर्सर डॉ राजीव रौशन, प्रो संतोष कुमार, डॉ अनिलेश सिंह, डॉ चंद्रशेखर सिंह, डॉ दीपक नायर, डॉ संजय कुमार सहित शिक्षकेतर कर्मचारियों और छात्र छात्रों ने शुभकामनाएं और बधाई दिया है.
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