उजियारपुर . अंगारघाट पुलिस ने तीन लाख रुपए मूल्य से अधिक का प्रतिबंधित कफ सिरप के साथ अंतरजिला ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों में दो युवती के अलावा 5 युवक शामिल हैं. सभी तस्कर 974 विस्कॉडायन नामक 100 एमएल का कफ सिरप की शीशी को पटना से एक कैब कम्पनी की कार में रखकर सहरसा ले जा रहा था. इसी दौरान अंगारघाट पुलिस एसएच 55 समस्तीपुर रोसड़ा पथ पर धर दबोचा. तलाशी में तस्करों के पास से एक लाख एक हजार एक सौ रुपये के साथ 8 मोबाइल व युवती के पॉकेट से सिगरेट के कई डब्बे बरामद किये गये. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सहरसा के गांधी पथ निवासी रमेश चौधरी की पुत्री अर्पणा कुमारी, सहरसा के धमसैनी निवासी महेंद्र राम की पुत्री सोनी कुमारी के अलावा सहरसा के सोनबरसा चंडिका स्थान निवासी हरिकिशोर पोद्दार का पुत्र बिट्टू कुमार, सहरसा के बटराहा वार्ड 26 निवासी पुरुषोत्तम कुमार भगत के पुत्र सिंपल कुमार, सहरसा के चांदनी चौक वार्ड 20 निवासी सिकन्दर यादव के पुत्र रंजन यादव, सहरसा के सिमरी जमुनियां वार्ड 3 निवासी राजीव कुमार सिंह के पुत्र आदित्य कुमार व पटना के अगमकुआं थाना के भूतनाथ रोड निवासी शिवदानी महतो के पुत्र संतोष पटेल के रूप में बताये गये हैं. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि जब्त कफ सिरप पटना में लगभग एक लाख 92 हजार से अधिक की कीमत में खरीद कर सहरसा में 3 लाख रुपए में डिलेवरी देने की योजना थी. उसने बताया कि इससे पहले भी वे लोग कैरियर के रूप में कई खेप डिलेवरी दिया था. गुरुवार को अंगारघाट थाना पर इसकी जानकारी देते हुए अंगारघाट थानाध्यक्ष दिव्य ज्योति कुमारी ने बताया कि उन्हें बुधवार की शाम गुप्त सूचना मिली थी कि एक कार में शराब जा रही है. इसी के आलोक में सघन वाहन चेकिंग कर इस रैकेट का सदस्य को एसएच 55 रोसड़ा-समस्तीपुर सड़क से दबोचा गया है. उन्होंने बताया कि समस्तीपुर औषधि नियंत्रक शम्भूनाथ ठाकुर की तीन सदस्यीय टीम ने बरामद कफ सिरप की जांच कर बताया कि यह कोडिंयुक्त सिरप है जो प्रतिबंधित है. उन्होंने बताया कि इसका उपयोग नशेड़ियों द्वारा नशा सेवन के लिये किया जाता है. थानाध्यक्ष के अनुसार पकड़े गये तस्करों की निशानदेही पर पटना व सहरसा की पुलिस को सूचना दी गयी है. इसके बाद उन जगहों पर भी छापेमारी शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया की सभी गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध थाना के दारोगा गणेश पासवान के लिखित बयान पर एफआईआर दर्ज कर न्यायिक कार्रवाई के लिए न्यायालय भेज दिया गया है.
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