विद्यापतिनगर. श्रावणी मेला धार्मिक आस्था का प्रतीक है. वहीं विद्यापतिधाम का यह सांस्कृतिक धरोहर कहा जाता है. इस अवसर पर श्रद्धालु कांवरिये की सेवा भक्तिभाव को पंख देता है. प्रशासन और उगना मंदिर कमेटी को इस अवसर पर उत्कृष्ट व्यवस्था करनी चाहिए. ताकि शिव भक्त आस्था का उड़ान भर सकें. भक्तिभाव वाला उद्गार स्थानीय पूर्व मुखिया कैलाश पासवान के थे. श्रावणी मेला के पूर्व बुधवार को हुई बैठक में श्री पासवान अपने विचार रख रहे थे. पंचायत समिति भवन के सभागार में हुई बैठक की अध्यक्षता एसडीओ किशन कुमार व एसडीपीओ विवेक कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से की. संचालन बीडीओ माहताब आलम ने किया. श्रद्धालुओं की सुविधा व विधि व्यवस्था को लेकर हुई श्रावणी मेला बैठक में पूर्व मुखिया गणेश गिरी कवि,मुखिया संजीत सहनी, पूर्व मुखिया सूर्येश्वर राय, अधिवक्ता मणिकांत सिंह सहित अन्य ने अपने विचार व्यक्त किये. मिलेजुले विचारों में स्वच्छता, पेयजल व सुरक्षा पर जोर दिया गया. शिवालय तक कि सड़क के अतिक्रमण का मामला छाया रहा. वहीं मंदिर परिसर से सटे नास्ता-भोजन की स्थायी व चलंत दुकानें चर्चा का अहम हिस्सा बना. आस्थावानों ने महिला बल की अधिकता पर जोर दिया. खासकर सोमवारी पर मुख्य सड़कों पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की गयी. असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखे जाने के लिए पदाधिकारी ने स्थानीय से सहयोग की आस जतायी. बैठक में एसडीओ किशन कुमार ने कहा कि विद्यापतिधाम शिवालय मिथिला की आस्था का केंद्र है. श्रावणी मेला पर प्रशासनिक तत्परता सर्वोपरि है. कहा सबों के सुझाव के अनुरूप कार्य किया जायेगा. एसडीपीओ विवेक कुमार शर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था चुस्त होने का भरोसा दिलाया. बताते चलें कि श्रावणी मेला आगामी 11 जुलाई से प्रारंभ होने है. कांवर यात्रा एवं जलाभिषेक को लेकर विद्यापतिधाम उगना महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है. यहां भक्त भगवान का मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र माना जाता है.
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