Samastipur News:समस्तीपुर : जिले के सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब बिजली कट के बाद भी गर्मी और उमस नहीं सतायेगी. इस झंझट को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जिले के सरकारी स्कूलों में सोलर प्लांट सिस्टम लगाने का काम जल्द शुरू करने की योजना है. जिले के सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवनों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाये जाने की योजना है. जल जीवन हरियाली अभियान के तहत यह कार्य होना है. यह कार्य बिहार रिन्युएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ब्रेडा) द्वारा चयनित एजेंसी के माध्यम से होना है. पहले विद्यालय भवनों का सर्वे होगा. इस रिपोर्ट के आधार पर ही प्लांट लगाया जायेगा. शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि जो एजेंसी सर्वे का कार्य कर रही है उसे सहयोग दे. स्कूल में पांच किलोवाट का सिस्टम लगाया जायेगा. गौरतलब है कि इससे पहले बिजली बंद होने की वजह से पंखा, कंप्यूटर शिक्षा समेत अन्य शिक्षा प्रभावित होती है जो यह सिस्टम लगने के बाद नहीं होगी. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि बिजली के बिल और वित्तीय बोझ को कम करने के लिए स्कूलों में सोलर सिस्टम और पैनल लगवाना ज्यादा कारगर साबित होता है. शिक्षण संस्थानों में सोलर पैनल लगाने से जीवाश्म ऊर्जा पर निर्भरता कम होती है. इसके अलावा हरित ऊर्जा पैदा करके स्कूल कई सुविधाओं के लिए ऊर्जा आवंटित करके इसका अधिकतम उपयोग कर सकते हैं. इससे बिजली के बिल और बोझ में कमी आती है. स्कूल की छतें सोलर पैनल लगाने के लिए आदर्श हैं क्योंकि समतल सतह पर बहुत सारा छायारहित क्षेत्र उपलब्ध होता है. इसलिए स्कूल की आवश्यकताओं के अनुसार, आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पैनल लगाये जाते हैं. इसके अलावा, स्कूलों के लिए छत पर सोलर सिस्टम का लागत प्रभावी रखरखाव बहुत मददगार होता है. जिससे प्रभावी रखरखाव होता है. स्कूल में पर्यावरण को बचाने और ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों के उपयोग के बारे में स्टूडेंट्स को पाठ्यक्रम के जरिए जागरूक किया जाता रहा है. यह प्रयास न केवल ऊर्जा को संरक्षित रखेगा बल्कि स्टूडेंट्स को स्वच्छ पर्यावरण भी प्रदान होगा.
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