Samastipur News:समस्तीपुर : शिक्षा विभाग द्वारा दूरी के आधार पर शिक्षकों की सूची जारी करने में लगातार बढ़ती जा रही समय सीमा से शिक्षकों में दिन-प्रतिदिन नाराजगी बढ़ती जा रही है. शिक्षक विद्यालय और छुट्टी के दिनों में भी स्थानान्तरण के लिए म्यूच्यूअल करने में माथा पच्ची करते दिखाई पड़ रहे हैं. सिंघिया प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत अंग्रेजी की अध्यापिका रिचा सिन्हा का कहना है कि पारिवारिक जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए प्रतिदिन शहर स्थित आवास से अत्यधिक दूर स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय सिंघिया 3 जाना पड़ता है. विभागीय स्थानान्तरण से आशा जगी तो एक वर्ष बाद भी अभी तक स्थानांतरण नहीं होता देख निराशा ही हाथ लगी है. फिर काफी मशक्कत के बाद म्यूच्यूअल साथी मिला तो सरकार ने लंबित सूची जारी कर दी जिससे म्यूच्यूअल साथी आवंटित जिला के ऐच्छिक स्थान पर स्थानांतरित होकर चले गये. इससे स्थानान्तरण की उम्मीद को झटका लगा है. ज्ञात हो कि विभाग ने दूरी के आधार महिला और पुरुष शिक्षकों के स्थानांतरण की नयी सूची जारी कर दी. शहर स्थित अधिकांश विद्यालयों में शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया है. जिसमें महिला शिक्षिकाओं की संख्या अधिक देखने को मिली है. शिक्षकों का कहना है कि विषयगत शिक्षक नहीं होने से अधिकांश विद्यालय प्रबंधन जूझ रहा है, वहीं विभागीय उदासीनता और गलती के कारण विद्यालय में एक ही विषय के दो-तीन शिक्षकों का पदस्थापन किया गया है. सूत्रों की माने तो विभाग द्वारा पैनी नजर रखने के बावजूद स्थानान्तरण में हुए घाल-मेल पर भी प्रश्न खड़े किये जा रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि एक तो विभाग अंतः जिला में दूरी के आधार पर स्थानांतरण नहीं कर रही है वही म्यूच्यूअल में विषयगत नियमित से नियमित, विद्यालय अध्यापक से विद्यालय अध्यापक और विशिष्ट से विशिष्ट की शर्त्त होने से शिक्षकों को म्यूच्यूअल स्थानान्तरण में साथी नहीं बन पा रहे हैं. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमण्डल उपाध्यक्ष रणजीत कुमार, सचिव प्रमण्डल शैक्षिक परिषद मनोज कुमार मंगलम, शिक्षक नेता कुमार शुभम ने म्यूच्यूअल स्थानांतरण में बाध्यता को समाप्त करते हुए दूरी के आधार पर सभी शिक्षकों को स्थानान्तरण का लाभ जल्द से जल्द देने की मांग की है.
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