22.9 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Samastipur News:विशिष्ट शिक्षकों को पर्व पर वेतन का इंतजार, नहीं हो पा रहा प्रान जेनरेट

जिला का शिक्षा विभाग का स्थापना संभाग विशिष्ट शिक्षको के वेतन भुगतान में धीमी गति से कार्य को लेकर फिर से चर्चा में है.

समस्तीपुर : जिला का शिक्षा विभाग का स्थापना संभाग विशिष्ट शिक्षको के वेतन भुगतान में धीमी गति से कार्य को लेकर फिर से चर्चा में है. जिला शिक्षा विभाग की स्थिति ऐसी है कि शिक्षकों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब विशिष्ट शिक्षक बनने के बाद भी उन्हें वेतन का इंतजार ही करना पड़ रहा है. पिछले वर्ष टीआरई-2 में विद्यालय अध्यापक के रूप में योगदान करने वाले शिक्षकों का वेतन योगदान के बारहवें दिन से ही शुरू हो गया था, लेकिन इस बार योगदान से दो महीने से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी विशिष्ट शिक्षकों का वेतन तो क्या, वेतन से पूर्व की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की जा सकी है. बीते दो सप्ताह पूर्व से निदेशक प्राथमिक शिक्षा द्वारा दिये गये निदेश के बाद भी विशिष्ट शिक्षकों को वेतन का भुगतान नहीं हुआ है.

जिन विशिष्ट शिक्षकों का प्रान जेनरेट हो चुका है उनका वेतन भुगतान अविलंब किया जाये.

बताते चलें कि निदेशक ने निदेश दिया था कि जिन विशिष्ट शिक्षकों का प्रान जेनरेट हो चुका है उनका वेतन भुगतान अविलंब किया जाये. इसके बावजूद डीपीओ स्थापना कार्यालय अभी तक करीब 700 विशिष्ट शिक्षकों का ही वेतन का भुगतान किया गया है. जबकि करीब 1800 शिक्षकों का डाटा निदेशालय से स्थापना कार्यालय को प्राप्त हो चुका है. पिछले 23 जनवरी से ही निदेशक प्राथमिक शिक्षा ने जिला शिक्षा विभाग को विशिष्ट शिक्षकों के प्राण जेनरेट करने का निदेश दिया था. लेकिन डीपीओ स्थापना संभाग द्वारा धीमी गति से प्रान जेनरेट की कार्रवाई किये जाने से शिक्षकों के प्रान जेनरेट पूरा नहीं हो सका है. निदेशक प्राथमिक शिक्षा द्वारा करीब दो माह पूर्व जारी निदेश के बावजूद डीपीओ स्थापना कार्यालय ने प्रान जेनरेट में 5000 के आंकड़ों को नहीं पार कर सका है. अभी भी करीब आधे शिक्षकों का प्रान जेनरेट होना बाकी है. शिक्षकों का कहना है कि डीपीओ स्थापना कार्यालय प्रान जेनरेट करने में पिक एंड चूज पॉलिसी पर काम कर रहा है. एक माह से ऊपर से प्रान ऑनलाइन किये शिक्षकों का प्रान जेनरेट नहीं किया गया वही एक सप्ताह के पूर्व के शिक्षकों का कर दिया गया है. सूत्रों की माने तो प्रान जेनरेट संबंधित लिपिक के द्वारा की जा रही है. जिसमे बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार लिपिक ने अपने सहयोग के लिए शिक्षकों को विद्यालय से हटाकर चोरी चुपके इस कार्य में लगाया है. बताते चलें कि जिला में सक्षमता प्रथम उत्तीर्ण करीब आठ हजार से ऊपर शिक्षकों का प्रान जेनरेट के बाद वेतन का भुगतान होना है. प्रान जेनरेट के मामले में जिला पहले ही निचले पायदान पर रहा है. स्थापना कार्यालय में चक्कर काट रहे अन्य शिक्षकों को कभी कर्मियों की कमी का बहाना बना कर टाल दिया जाता है. डीईओ कार्यालय के एक कर्मी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस महीने भी शिक्षकों के वेतन आने की कोई उम्मीद नहीं है. इधर होली महापर्व और रमजान को लेकर शिक्षकों को चिंता सताने लगी है. अब देखना है कि शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी इस पर क्या संज्ञान लेते हैं. इधर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमण्डल उपाध्यक्ष रणजीत कुमार, मनोज कुमार मंगलम, डॉ ललित कुमार घोष, अनिल कुमार, कुमार शुभम, मो. सुल्तान, राजेश कुमार, नदीम खान सहित दर्जनों पदधारकों ने होली से पूर्व सभी कोटि के शिक्षकों एवम कर्मियों के वेतन भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की है. डीपीओ स्थापना कुमार सत्यम ने बताया कि विभागीय दिशा-निर्देश के आलोक में कार्य जारी है. किसी प्रकार की लापरवाही की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel