Samastipur News:मोरवा : जीविका से जुड़कर महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर हो रही है बल्कि समाज में नया बदलाव ला रही है. पैसे-पैसे के लिए मोहताज महिलाएं आज ग्राम संगठन के जरिए स्वरोजगार कर समाज के सामने नजीर पेश कर रही है. जीविका हजारों महिलाओं के जीवकोपार्जन का सशक्त माध्यम बन गया है. जिसके कारण कई तरह की रोजगार कर महिलाएं इस क्षेत्र में अच्छा आमदनी कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही है. यह बात कही प्रखंड जीविका परियोजना प्रबंधक गोपी कृष्ण ने. मंगलवार को इन्द्रवारा के आशा जीविका महिला ग्राम संगठन एवं बाजीतपुर करनैल में ज्ञान जीविका संगठन के द्वारा आयोजित महिला जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीपीएम ने कहा कि महिला आज अपने दमखम पर परिवार की गाड़ी को अच्छे तरीके से खींच रही है. समूह से मिलने वाली सहायता से जीविका दीदियों का न केवल आत्म बल बढ़ा है बल्कि परिवार की माली हालत भी सुधारी है. दीप प्रज्वलित कर इसका उद्घाटन करते हुए लोगों ने प्रचार वाहन के माध्यम से सरकार के संदेशों को सुना जिसमें जीविका से जुड़ी तमाम जानकारियां लोगों को दी गई. इस मौके पर साफ-सफाई, पौधारोपण, कुटीर उद्योग, स्वरोजगार समेत कई तरह की जानकारी दी गई. जिससे जुड़ कर जीविका अपना भरणपोषण आसानी से कर सकती है. मौके पर सीसी राजेश कुमार, सीसी सविता कुमारी, गणेश प्रसाद शर्मा, गणेश कुमार राय, कविता कुमारी, सिद्धारण कुमारी, गुंजन कुमारी आदि महिलाएं मौजूद थी.
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