बाराडीह पुल के समीप गाड़ियों की करता था चेकिंग सासाराम ग्रामीण. अगरेर थाने की पुलिस ने मंगलवार को फाइनेंस कंपनी का फर्जी रिकवरी एजेंट बनकर वसूली करने वाले एक शातिर को गिरफ्तार किया है. शातिर सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौखंडा चितौली गांव निवासी राजेश यादव उर्फ अनूप यादव बताया जा रहा है. इसकी जानकारी अगरेर थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रसाद ने दी. उन्होंने बताया कि शातिर फाइनेंस कंपनी का रिकवरी एजेंट बताकर बाराडीह पुल के समीप गाड़ियों का चेकिंग करता था. अपने मोबाइल में एक अप्लीकेशन इंस्टाॅल हुआ था. जब किसी भी वाहन के फाइनेंस का एक दो माह का लोन किस्त बकाया रहता था. तो उसके मोबाइल पर दिखता था. उसके बाद उस वाहन को अपने घर के दरवाजे पर ले जाकर खड़ा करता था. उसके बाद उससे कुछ पैसा लेकर छोड़ भी देता था. इसी कड़ी में गत 18 मई को उत्तर प्रदेश से बलिया से एक ट्रक सासाराम की ओर आ रहा था. इसी दौरान वह प्रतिदिन की भांति उस दिन भी बाराडिह पुल पर शातिर चेकिंग कर रहा था. तभी ट्रक चालक रविंद्र कुमार से उसकी बहस हो गयी और ट्रक चालक हो हल्ला करने लगा. उसके बाद ट्रक चालक ने अगरेर थाने में तीन अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी. उसके बाद जांच शुरु की गयी. तो शातिर को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद उसका सहयोगी अंजनी यादव फरार है. पूछताछ के दौरान पुलिस को शातिर ने बताया है कि अरवल जिले के मेहंदिया गांव निवासी दीपू कुमार इस फर्जीवाड़ा का सरगना है. उसके इशारे में यह इस तरह का फर्जीवाड़ा करता था. उन्होंने बताया कि पूरे मामले का तहकीकात की जा रही है.
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