संज्ञान नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जायेगा फोटो -1 – हड़ताल पर आशा. प्रतिनिधि, दिनारा स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को फैसिलिटेटर व आशा ने अपनी सात सूत्री मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है. पीएचसी पर मौजूद सभी आशा ने सरकार के विरोध में नारे भी लगाये. उन्होंने कहा कि गत हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुए समझौते के तहत 2500 रुपये मानदेय भुगतान सहित सात सूत्री मांगों को लागू करवाने की मांग अब तक पूरी नहीं हुई है. हमारी मांगें पूरी तरह वाजिब हैं. मुख्यमंत्री से आग्रह है कि वह कैबिनेट बैठक कर इन मांगों को तत्काल लागू करें. प्रदर्शन के दौरान आशा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने मांगों पर शीघ्र संज्ञान नहीं लिया, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जायेगा. उनकी मांगों में 25000 रुपये मासिक मानदेय का नियमित भुगतान, सभी सात सूत्री मांगों को तत्काल प्रभाव से लागू करना, कार्य के अनुसार सम्मानजनक वेतन, पिछले छह माह से लंबित मानदेय का भुगतान अविलंब करने, पिछले भुगतान के साथ पोर्टल व्यवस्था में सुधार करने, रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष करने, आशा को विभिन्न तरह के कामों के लिए जो प्रोत्साहन राशि मिलती है, उसका पुनरीक्षण करने, केंद्र सरकार और राज्य सरकार सम्मिलित विमर्श के बाधार पर आशा और आशा फैसिलिटेटर के लिए 21 हजार रुपये बेसिक न्यूनतम मासिक मानदेय निर्धारित करने की मांग शामिल है. मौके पर बिंदा देवी, उषा देवी, मालती देवी, नीलम देवी, शारदा देवी, हीरामुनी देवी, सीमा देवी, जनकदुलारी देवी, मीना देवी, नाहीद अफरोज, धर्मशाला देवी, मीना देवी, रुबी पासवान समेत सभी आशा फैसिलिटेटर व आशा मौजूद थीं.
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