सेहत की बात. सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर हो रही टीबी की स्क्रीनिंगजांच व इलाज शुरू होने से अस्पतालों में लगने लगी टीबी मरीजों की भीड़
चिकित्सकों की सलाह और समय से इलाज से जिले को किया जा सकता है टीबी मुक्तफोटो-7- शहर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग करते चिकित्सक.प्रतिनिधि, सासाराम सदररोहतास जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति ने टीबी जांच का दायरा बढ़ाते हुए जिले के अनुमंडल अस्पताल के अलावा सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करा टीबी की स्क्रीनिंग के साथ इलाज भी शुरू करा दिया है. यही नहीं, मरीजों की सुविधा के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी जांच की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. जिले के पांचों शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अप्रैल माह से ही स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी गयी थी. जहां से अब तक 50 से अधिक संदिग्ध मरीजों का जांच के लिए सैंपल लिया जा चुका है. इसका विस्तार करते हुए सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जांच की सुविधा शुरू करायी गयी. नजदीकी अस्पतालों में स्क्रीनिंग की सुविधा मिलने से जांच व इलाज कराने वाले टीबी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. पहले जागरूकता के अभाव में टीबी के संदिग्ध मरीज जांच व इलाज के लिए निजी अस्पतालों का सहारा लेते थे, जिससे गरीब तबके के मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा था. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने निजी चिकित्सकों के साथ बैठक किया और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने के बाद पहले शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रूनेट मशीन उपलब्ध करायी, फिर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में जांच की सुविधा शुरू करायी गयी.
उप स्वास्थ्य केंद्रों पर भी पहुंच रहे मरीज
सासाराम अनुमंडल में तीन, डेहरी अनुमंडल में दो शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मौजूद हैं. इन सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी जांच के लिए ट्रूनेट मशीन की व्यवस्था अप्रैल माह से ही की गयी है. अब इन केंद्रों पर टीबी के लक्षण वाले लोगों की जांच की जा रही है. वहीं, टीबी के लक्षण दिखाई देने वाले लोगों के लिए भी काफी सहूलियत हो रही है कि उन्हें घर के नजदीक ही जांच की सुविधा उपलब्ध हो रही है. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, इन पांचों केंद्रों पर अप्रैल 2025 में ट्रू्नेट मशीन की सुविधा उपलब्ध होने के साथ ही अब तक 50 से अधिक लोगों का सैंपल जांच किया जा चुका है. जांच की सुविधा कई उप स्वास्थ्य केंद्रों पर भी उपलब्ध करा दी गयी है.जानकारी के साथ लोगों में आयेगी जागरूकता
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जिला स्वास्थ्य सलाहकार तारिक अनवर ने बताया कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 10 अप्रैल को सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ट्रूनेट की सुविधा उपलब्ध करा संदिग्ध मरीजों की जांच शुरू करा दी गयी थी. सभी स्वास्थ्य केंद्रों के आसपास के लोगों को इस सुविधा के प्रति जागरूक किया जा रहा है. स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए पहुंचने वाले लोगों को सुविधाओं की जानकारी दी जा रही है. सीडीओ डॉ आसित रंजन ने बताया कि टीबी जांच का दायरा बढ़ा संदिग्ध मरीजों को चिह्नित किया जा रहा है. जागरूकता और परहेज से ही संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है. चिकित्सकों की सलाह और समय से इलाज से जिले को टीबी मुक्त बनाया जा सकता है. टीबी बीमारी की चेन को तोड़ने के लिए पंचायत स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है