विजयोत्सव दिवस पर कालेजों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने कार्यक्रम का किया आयोजन फोटो-2- चित्र पर पुष्प अर्पित करते लोग. प्रतिनिधि, डेहरी नगर बिहार की पराक्रमी धरती के वीर योद्धा बाबू वीर कुंवर के विजयोत्सव दिवस पर लोगों ने बुधवार को उन्हें याद किया. विजयोत्सव पर कालेजों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने उनके तैलचित्र व प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. शहर के कोलडिपो में बाबू कुंवर सिंह क्षत्रिय विकास मंच के अध्यक्ष विमल कुमार सिंह की अध्यक्षता में विजयोत्सव मनाया गया. कोलडिपो स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उन्होंने कहा कि बाबू कुंवर सिंह 80 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध तलवार म्यान से खींचकर अंग्रेजों को संदेश दिया था कि पुरुष और इच्छाशक्ति के समक्ष उम्र बाधा नहीं होती. उन्होंने दमन एवं शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. आज हम आजाद भारत में चैन की सांस ले रहे हैं, तो बाबू कुंवर सिंह का एक अहम योगदान है. मां भारती के ऐसे पराक्रमी सपूत को शत-शत नमन. माल्यार्पण करने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता लालू चौधरी, अंबुज सिंह, राजीव रंजन सिंह, सीमल सिंह, कैलेंदर प्रताप सिंह, गायक पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह, मनोज अज्ञानी, समीर दुबे, पूर्व विधायक सत्यनारायण यादव, अशोक आदि शामिल थे. वहींं, स्थानीय जवाहर-लाल नेहरू महाविद्यालय में वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया. महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो डॉ शैलेंद्र कुमार ओझा ने महापुरुष वीर कुंवर सिंह के 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की बात को याद करते हुए उनकी वीरता को याद किया. वहीं, मैनेजमेंट के विभागाध्यक्ष प्रो कन्हैया सिंह ने मंच संचालित किया और बताया कि कैसे गंगा पार करते समय अपने हाथ को काटकर गंगा माता को समर्पित कर दिया और अंग्रेजों से हार नहीं मानी. मौके पर लेखापाल राधारमण सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, प्रो गोपाल शंकर, प्रो सच्चिदानंद कुमार, प्रो धर्मेंद्र कुमार, रश्मि सिंह, शम्मी कुमारी, पूजा कुमारी, अमर कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
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