सप्ताह में दो दिन आयोजित होंगे विशेष सत्र, मोबाइल ऐप से देनी होगी रिपोर्टस्वास्थ्य और शिक्षा विभाग की संयुक्त पहल पर लागू हो रहा कार्यक्रमसासाराम ऑफिसआयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत विद्यालय स्वास्थ्य एवं आरोग्य कार्यक्रम अब जिले के सभी कक्षा 6 से 12 तक के स्कूलों में प्रभावी रूप से लागू किया जायेगा. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के जीवन कौशल, शारीरिक, मानसिक व समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा शिक्षा विभाग की संयुक्त पहल पर यह कार्यक्रम राज्य के 32 जिलों में पहले से संचालित था, जिसे अब शेष 6 जिलों सहित रोहतास जिले में भी सशक्त रूप से लागू किया जा रहा है. इसके तहत जिले के प्रत्येक स्कूल में मंगलवार व बुधवार को विशेष स्वास्थ्य सत्र आयोजित किये जायेंगे. इस कार्यक्रम के तहत हर स्कूल से दो शिक्षकों को स्वास्थ्य एवं आरोग्य दूत के रूप में प्रशिक्षण दिया गया है. वे अपने स्कूलों में नियमित रूप से सत्रों का संचालन करेंगे और हर माह मोबाइल अनुप्रयोग समग्र किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (सीएएचपी) के माध्यम से प्रतिवेदन भी अपलोड करेंगे. इसके साथ ही प्रधानाध्यापक को भी मासिक रिपोर्ट ऐप के माध्यम से प्रस्तुत करनी होगी.
तीन माह में एक बार आयोजित होगा किशोर स्वास्थ्य एवं आरोग्य दिवस
प्रत्येक स्कूल में त्रैमासिक आधार पर किशोर स्वास्थ्य एवं आरोग्य दिवस (एएचडब्लूडी) का आयोजन करना अनिवार्य होगा. कार्यक्रम की मासिक समीक्षा प्रखंड स्तर पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा की जायेगी. सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि अपनी समय-सारणी में प्रत्येक सप्ताह कम-से-कम एक कालखंड स्वास्थ्य एवं आरोग्य सत्र के लिए अनिवार्य रूप से निर्धारित करें. जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों तथा स्कूल प्रधानाध्यापकों को यह निर्देश दिया है कि वे इस कार्यक्रम का नियमित एवं प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें तथा मासिक रिपोर्टिंग में किसी प्रकार की लापरवाही न हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है