पीएचसी से एचडब्लयूसी तक तेजी से भेजी जा रही है वायरल बीमारी की दवाएं
डीएम की समीक्षा में शहरी पीएचसी तकिया व सागर में गायब थी दवाइयां
सासाराम सदर.
डीएम की फटकार का असर कहें या बढ़ते तापमान को देखते हुए वायरल बीमारी संबंधी दवाओं को ले स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. वायरल बीमारियों से बचने के लिए जिला के अनुमंडलीय अस्पताल, प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर वायरल समेत विभिन्न बीमारियों की दवायें भेजी जा रही है. इसके लिए जिला स्वास्थ्य समिति सरकारी अस्पतालों की जांच सुविधा, दवा की स्थिति पर नजर रख रहा है. दवा के लिए उपलब्ध जिला के चार वाहनों से पीएचसी तक दवायें भेजी जा रही है. जहां से एचडब्ल्यूसी को दवा उपलब्ध करायी जाती है. हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के संचालन से मरीजों का इलाज सहज हुआ है. जो लोग पहले छोटी-छोटी बीमारियों में झोलाछाप डॉक्टरों के पास पहुंचते थे. वे सीधे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पहुंच स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति व जिलाधिकारी द्वारा अस्पताल में दवा उपलब्धता, जांच की सुविधा समेत अन्य बीमारियों की सुविधाओं संबंधित समीक्षा भी की जा रही है. कुछ दिन पूर्व समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने शहरी क्षेत्र के पीएचसी प्रभारियों को फटकार लगायी थी.दो केंद्रों पर दवा नहीं होने पर जताई थी नाराजगी
पिछले दिनों जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक के दौरान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तकिया और सागर में कई दवाएं नहीं मिली थी. इसको लेकर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगायी थी और स्पष्टीकरण मांगा थआ. वही शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवाओं की उपलब्धता को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश सिंह ने बताया केंद्र पर वर्तमान में करीब 138 प्रकार की दवा उपलब्ध है. सभी दवाओं का विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर नहीं चढ़ पाया था. इसलिए उपलब्धता शो नहीं कर रहा था. उन्होंने बताया कि अब सभी दवाओं को ऑनलाइन पोर्टल पर चढ़ाना होता है. केंद्र को प्रचुर मात्रा में दवा मिल रहा है और इस केंद्र पर दवा का बेहतर खपत भी हो रही है. वही शहरी पीएचसी तकिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बृजेश कुमार ने बताया कि सभी दवाओं की सूची पोर्टल पर अपडेट करना है. लेकिन, कुछ तकनीकी कारणों से अपडेट नहीं हो पाता होता है. ऐसे में उस दवा की उपलब्धता शून्य बतायी जाती है.दवा की उपलब्धता पर रखी जा रही है निगरानी
सिविल सर्जन डॉक्टर मणिराज रंजन ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति ने पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध करायी है. जहां कमी है, वहां भेजी जा रही है. उन्होंने बताया कि सरकार से उपलब्ध वाहनों के माध्यम से प्रतिदिन रूट के हिसाब से दवा भेजी जा रही है. वर्तमान में सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी मौजूद स्वास्थ्य केंद्रों पर भी लगभग दवाइयां मौजूद है. अभी के मौसम के अनुरूप विभिन्न बीमारियों की दवाएं भेजी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है