सासाराम ग्रामीण. विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सासाराम सदर अस्पताल में 21 दिवसीय परिवार स्थिरता पखवारे का शुभारंभ स्वास्थ्य मेला के साथ किया गया. पखवारे सह मेला का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ मणिराज रंजन ने फीता काट कर किया. इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर परिवार नियोजन सेवा पखवारे का शुभारंभ किया गया है, जो 31 जुलाई तक आयोजित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जनसंख्या दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस पखवारे के तहत जिले के विभिन्न प्रखंडों में लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न संसाधनों के बारे में जानकारी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या देश के लिए खतरनाक है. इसलिए इस पर रोक लगाने के लिए इस पखवारा का आयोजन किया जाता है. साथ ही इसका मुख्य मकसद जनसंख्या नियंत्रण संसाधनों के अलावा दो बच्चों परिवार स्थिरता पखवारे सह मेला उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद डीपीसी संजीव मधुकर ने कहा कि परिवार नियोजन को लेकर लोगों को विभिन्न साधनों के बारे में जानकारी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि लगातार 21 दिनों तक सभी प्रखंडों में अभियान चलाकर स्थायी परिवार नियोजन पर बल दिया जायेगा. इसके अलावा अस्थायी साधनों के अनेक उपाय के बारे में लोगों को बताया जायेगा. स्थायी में महिला बंध्याकरण व पुरुष नसबंदी के बारे में लोगों को जागरूक किया जायेगा, साथ ही अस्थायी साधनों में गर्भनिरोधक गोलियां, अंतरा इंजेक्शन, कॉपर टी व कंडोम के बारे में जानकारी देकर उनको जागरूक किया जायेगा. उन्होंने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में स्थायी व अस्थायी संसाधन पूरी तरह से निःशुल्क है. बंध्याकरण कराने वाली महिला लाभार्थी को दो हजार रुपये व नसबंदी कराने वाले पुरुष को तीन हजार रुपये सहायता राशि प्रदान की जायेगी. इसके अलावा प्रसव उपरांत बंध्याकरण पर तीन हजार रुपये, प्रसव उपरांत कॉपर टी लगवाने पर तीन सौ, गर्भपात उपरांत कॉपर टी लगवाने पर तीन सौ और गर्भ निरोधक सुई लगवाने वाली महिला को एक सौ रुपये की सहायता राशि प्रदान की जायेगी. नसबंदी पर दिया जायेगा बल अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि 21 दिनों तक चलने वाले इस पखवारे में महिला बंध्याकरण व पुरुष नसबंदी को लेकर अभियान चलाया जायेगा. पुरुष नसबंदी पर बल दिया जायेगा. इसके पूर्व दंपति संपर्क अभियान चला कर नवविवाहित जोड़ों को अस्थायी परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बताया गया. एसीएमओ ने कहा कि नसबंदी को लेकर अभी भी पुरुषों में भ्रम है कि नसबंदी कराने से कमजोरी होती है, जबकि ऐसा कुछ नही है. महिला बंध्याकरण की तुलना में पुरुष नसबंदी काफी सरल है. मौके पर जिला लेखा प्रबंधक अभिजीत गौरव, सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएचएम प्रवीण कुमार, परिवार नियोजन सलाहकार नूजरत प्रवीण, पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीड अर्जुन गोस्वामी सहित जननी व सी फॉर प्रतिनिधि मौजूद थे.
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