राजपुर. क्षेत्र अंतर्गत खरीफ फसल की खेती के लिए धान का बीज डालने का समय आधे से अधिक बीत गया. खेत में बीज डालने के लिए किसान खेत की जुताई कर सरकार की ओर ताक रहे हैं. किसान बीज के लिए प्रखंड मुख्यालय स्थित कृषि विभाग के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन, उन्हें बीज नहीं मिल रहा है. जिस कारण किसान बाजार के दुकानदारों से कई गुना अधिक कीमत पर बीज खरीदने को मजबूर हो रहे हैं. कृषि विभाग के उदासीन रवैये से किसानों में आक्रोश व्याप्त है. पांडेय भलुआहीं गांव निवासी किसान संतोष पांडेय, ब्रज किशोर पांडेय,पकड़ी के श्रीभगवान तिवारी, अंजनी तिवारी, अंजय ब्रम्हचारी, कुझी के मंटू तिवारी, रवींद्र उपाध्याय समेत अन्य कई गांव के किसानों ने बताया कि धान के बीज डालने का उपयुक्त समय बीतता जा रहा है. धरती पर मानव समेत अन्य सभी जींवो का भोजन धान की खेती से प्राप्त होता है. किसानों की रोजी रोटी धान के खेती पर आश्रित है. बावजूद भी कृषि विभाग कान में तेल डाल कर सो रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग विगत वर्षों में धान के बीज से पहले ढईचा का बीज उपलब्ध कराता था, जिसे खेत में डालने पर जैविक खाद का काम करता है. इस बार पांच जून तक कृषि विभाग किसानों के लिए धान का बीज उपलब्ध नहीं करा पाया है. मजबूरी में महंगे दाम पर बीज खरीदने पड़ रहे हैं. मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि कुल आठ पंचायत के हजारों किसान के लिए लक्ष्य का 10 प्रतिशत बीज भी कार्यालय को प्राप्त नहीं है. गुरुवार को दोपहर में मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार नब्बे प्रतिशत अनुदान योजना के तहत मात्र तीन क्विंटल अरहर व तीन क्विंटल धान का बीज मिला है. जिसे किसानों में बांटने का प्रयास शुरू किया गया है.
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