डीएम कार्यालय में वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्केल ऑफ फाइनेंस निर्धारण के लिए हुई बैठक
सासाराम नगर.
वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्केल ऑफ फाइनेंस निर्धारण के लिए डीएम ने अपने कार्यालय में बैठक बुलायी थी. जिसमें जिला गव्य व मत्स्य पदाधिकारी ने खुद न आकर अपने प्रतिनिधि भेज दिया, जिस पर डीएम उदिता सिंह ने नाराजगी व्यक्त की और दोनों पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश प्रबंध निदेशक, सहकारी बैंक लिमिटेड को दिया है. दरअसल सोमवार को डीएम कार्यालय में हुई बैठक में वित्तीय वर्ष में बैंकों से लाभुकों को कृषि, गव्य, मत्स्य व पशुपालन से संबंधित ऋण वितरण में अधिकतम कितना ऋण दिया जाये इस पर चर्चा हुई. वित्तमान निर्धारण में डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी से पिछले वर्ष और इस वर्ष के स्केल ऑफ फाइनेंस में अंतर रहने पर कारण पूछा, जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी ने राज्यस्तर पर लिए गये निर्णय के आलोक में इस वर्ष स्केल ऑफ फाइनेंस के निर्धारण से संबंधित प्रतिवेदन उपलब्ध कराने की जानकारी दी. नये निर्धारण में सभी संबंधितों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, इसको लेकर डीएम ने सभी को निर्देश दिया. साथ ही आलू, स्ट्रॉबेरी, टमाटर आदि फसल उत्पादक किसानों के उत्पादन लागत की समीक्षा की गई व वास्तविक लागत से संबंधित डाटा उपलब्धता के आलोक में स्केल ऑफ फाइनेंस का निर्धारण किया गया. बैठक में उप विकास आयुक्त, प्रबंध निदेशक सहकारी बैंक, एलडीएम, जिला कृषि पदाधिकारी व अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है