एनसीसी कैंप के छठे दिन थल सैनिक सेलेक्शन टेस्ट व साइबर सुरक्षा पर दी गयी जानकारी फोटो-11- ट्रैनिंग लेतीं कैडेट व अन्य. प्रतिनिधि, सासाराम ऑफिस डिजिटल फ्रॉड या डिजिटल अरेस्ट से घबराएं नहीं. समझदारी से काम लें और तुरंत साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करें. यह संदेश कर्नल धर्मेंद्र सिंह मलिक ने बुधवार को सासाराम में चल रहे एनसीसी शिविर में कैडेटों को दिया. उन्होंने साइबर अपराध व डिजिटल अरेस्ट जैसे खतरों को लेकर युवाओं को सतर्क किया. उन्होंने साइबर सुरक्षा पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि आजकल सोशल मीडिया व मोबाइल के जरिये ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अक्सर संदिग्ध लिंक भेजकर अकाउंट से पैसे निकाल लिये जाते हैं. ऐसे मामलों में घबराना नहीं चाहिए. तुरंत अपने माता-पिता को जानकारी दें और साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें. साइबर सुरक्षा को लेकर उन्होंने कई जरूरी उपाय बताये. जैसे कि मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें. सोशल मीडिया अकाउंट को प्राइवेट रखें. फ्री वाईफाई से बचें. अंजान लिंक और इ-मेल पर क्लिक न करें. अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ ऑनलाइन साझा करने से पहले सोचें. डिजिटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड से कैसे बचें, इसे भी विस्तार से समझाया गया. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध से लड़ाई में जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है. यह संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 42 बिहार बटालियन एनसीसी सासाराम के तत्वावधान में चल रहा है. छठे दिन की शुरुआत 13 बिहार बटालियन एनसीसी औरंगाबाद से आए लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप दक्षक द्वारा गया ग्रुप के थल सैनिक कैंप चयन के लिए कैडेटों का टेस्ट लेकर हुई. टेस्ट के बाद कर्नल सहित अन्य ने अपनी बातें रखीं. शिविर को सफल बनाने में लेफ्टिनेंट कर्नल अनूप कुमार, सूबेदार मेजर ललित कुमार व अन्य अधिकारियों की अहम भूमिका रही. इस शिविर में कुल 611 कैडेट प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.
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