बरसात में पशुओं के लिए कई तरह की बीमारी होने का रहता है डर
प्रतिनिधि, संझौली
बरसात का मौसम पशुओं के लिए कई तरह की बीमारी व समस्या लेकर आता है. इस मौसम में पशुपालकों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है. पशुओं को बारिश से बचाने के लिए, उनके रहने की जगह को सूखा व साफ रखना जरूरी है. उक्त जानकारी देते हुए पशु वैज्ञानिक डॉ. आलोक भारती ने दी. उन्होंने कहा कि पशुशाला में छत से बारिश का पानी टपकनी नहीं चाहिए, साथ ही फर्श पर फिसलन नहीं होनी चाहिए.
कैसे रखे पशुओं को सुरक्षित
पशु वैज्ञानिक बताते हैं कि पशुओं के शरीर को गीला होने से बचाना चाहिए, क्योंकि इससे सर्दी, खांसी व गलघोंटू जैसी बीमारी होने आशंका बनी रहती है. नियमित रूप से उनके शरीर की सफाई करें, साथ ही सूखा चारा दें. इस मौसम में चारे में फफूंद लगने की संभावना ज्यादा होती है, जिससे पाचन संबंधी समस्या की डर बना रहता हैं. पशुपालक पेयजल की सफाई पर विशेष ध्यान दें, दूषित पानी पिलाने से कई संक्रामक रोग फैल आशंका बनी रहती हैं.
कैसे करे रोग से बचाव
पशुपालक अपने पशुओं को टीकाकरण व कृमिनाशक दवाओं का समय पर जरूर दें. पशुओं को दलदल भूमि व कीचड़ वाली जगहों पर जाने से रोकें, जिससे खुरपका – मुंहपक्का जैसी बीमारियों से पशुओं का बचाव हो सके. चुकी इस मौसम में कीट व्याधियों की संख्या काफी बढ़ जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है