कोचस. मशाल-2024 खेल प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ियों को नास्ता, पानी, मेडल और सर्टिफिकेट नहीं देकर उसकी आवंटित राशि को हजम करने की मंशा रखने वाले कोचस के प्रभारी बीइओ के विरुद्ध शिक्षक गोलबंद होने लगे हैं. बीइओ के इस कारनामे से अजीज होकर राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय नरवर भगीरथा के शिक्षक उपेंद्र कुमार सिंह ने पिछले दिनों डीइओ से लिखित शिकायत की थी. इस पर गत शुक्रवार को डीइओ मदन राय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए प्रभारी बीइओ से तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है. जानकारों का कहना है कि इस दौरान संतोषजनक जवाब नहीं देने पर बीइओ का प्रभार समाप्त करने की कार्रवाई हो सकती है. प्रभात खबर ने भी गत 10 जुलाई को प्रकाशित ‘मशाल में पसीना बहाने वाले बच्चों का नाश्ता खा गया शिक्षा विभाग’ शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित किया था. इससे हरकत में आकर शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेते हुए बीइओ से स्पष्टीकरण की मांग की है. गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के निर्देश पर गत पांच जुलाई से जिले के विभिन्न प्रखंडों में चार दिवसीय मशाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. लेकिन, कोचस में यह प्रतियोगिता चार दिनों की बजाय दो दिन में ही सिमटा दिया गया था. इसके अलावा प्रतियोगिता कार्यक्रम के दौरान चिलचिलाती धूप में खिलाड़ियों के लिए नाश्ते और पानी का प्रबंध नहीं किया गया था. हद तो इतना हो गया कि खिलाड़ियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र वितरण में अनियमितता कर कटौती कर दी गयी. प्रतियोगिता में शामिल कुल 16 सीआरसी के 1195 प्रतिभागी बच्चे शामिल हुए थे, जिनमें से मात्र 274 खिलाड़ियों को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर औपचारिकता पूरी की गयी. कुछ शिक्षकों ने इसका विरोध करने की कोशिश की गयी, तो उन्हें स्कूल की जांच की धमकी दी गयी. मामला ठंडा पड़ रहा था, इसी बीच कुछ बच्चे नाश्ता, पानी, मेडल और प्रशस्ति पत्र को लेकर मुखर हो गये. इसके कारण मामले का भंडाफोड़ हो गया. डीइओ की कार्रवाई पर बच्चों की निगाहें अटकी हैं कि उन्हें मेडल और प्रशस्ति पत्र मिलेगा या फिर उसका रकम हजम हो जायेगा.
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