प्रतिनिधि, डालमियानगर
रेल वैगन कारखाना खोलने को लेकर रेल मंत्रालय की तरफ से कवायद को उस समय चर्चा मिली, जब शनिवार को डीआरएम उदय सिंह मीणा ने रेलवे पदाधिकारियों के दल के साथ रेलवे द्वारा अधिकृत रोहतास उद्योग परिसर का दौरा किया. डीआरएम के दौरे के बाद एक बार फिर लोगों में रेल बैगन कारखाना खुलने की आस जग गयी है. ज्ञात हो कि 2009 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में रेलवे ने रेल वैगन कारखाना खोलने के लिए बंद रोहतास उद्योग समूह का करीब 204 एकड़ जमीन क्रय किया था. जमीन क्रय के बाद रेल वैगन कारखाना के लिए परिसर पर कई बार रेल पदाधिकारियों का दौरा हुआ था. इसके बाद बंद पड़े कारखाना के कबाड़ को हटाने के बाद रेल बैगन कारखाना खोलने की चर्चा हुई थी. लेकिन, कबाड़ हटने के तीन वर्ष बाद एक बार फिर कारखाना खोलने की सुगबुगाहट तेज हुई है. हालांकि, डीआरएम ने किसी तरह की बात करने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि यह एक रूटीन निरीक्षण है. रेलवे सूत्रों के अनुसार रेल बैगन कारखाना खोलने के लिए एक रेल लाइन बंद पड़े रोहतास उद्योग तक पहुंचना अनिवार्य है. इसके लिए डीएफसीसी द्वारा करवंदिया से ओवर ब्रिज बनाकर रेल लाइन लाना होगा. लेकिन, रेल पदाधिकारी व डीएफसीसी के बीच आपसी सामंजस्य न होने से रेल बैगन कारखाना का पेंच फंसा हुआ है. इस समस्या के समाधान के लिए डीआरएम स्वयं स्थल का निरीक्षण कर डीएफसीसी के पदाधिकारियों से सामंजस्य स्थापित करने के लिए बात करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है