कोताही. शिविर से पहले महादलित बस्तियों में नहीं बांटे जा रहे निमंत्रण पत्र
निमंत्रण पत्र पर खर्च के लिए सरकार ने दिया है 56589 रुपये का ग्रांटजिले में 1673 एससी व एसटी टोलों में शिविर लगाकर दिया जा रहा 22 योजनाओं का लाभशिविर लगाने के लिए राज्य महादलित विकास मिशन ने दिया है 75.28 लाख रुपये का आवंटनफोटो-15- शिवसागर प्रखंड के गिरधारिया के महादलित बस्ती की कच्ची नाली.प्रतिनिधि, सासाराम नगर/शिवसागर
डॉ आंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत महादलित परिवारों को 22 तरह की योजनाओं का लाभ देने के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है. 19 अप्रैल से शुरू हुए इस अभियान के तहत महादलित बस्तियों में शिविर लगाकर लोगों को योजनाओं का लाभ देने का कार्य शुरू हो गया है. जिले की 1673 महादलित बस्तियों में शिविर लगाने में होनेवाले खर्च के लिए राज्य महादलित विकास मिशन ने जिले को 75,85,089 रुपये आवंटित किये हैं. इस राशि में 56589 रुपये सरकार ने इन महादलित बस्तियों के घरों में आमंत्रण पत्र देने के लिए दिया है. लेकिन, शिविर लगनेवाले महादलित टोलों के घरों में आमंत्रण पत्र या पंपलेट नहीं पहुंच रहा है. शिविर में आनेवाले लोगों के लिए पानी के साथ बिस्किट देने की भी व्यवस्था की गयी है, जिसके लिए विभाग ने तीन व्यक्तिों पर 15 रुपये राशि निर्धारित की है. इसके अलावा अधिकारियों के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये रिफ्रेशमेंट पर खर्च किया जा रहा है. इसके अलावा प्रचार-प्रसार के लिए बैनर पोस्टर लगाने के लिए भी राशि उपलब्ध करायी गयी है.आयुक्त की समीक्षा में 38679 परिवार चिह्नित
इस अभियान को लेकर सोमवार को पटना प्रमंडल के आयुक्त ने जिले की समीक्षा बैठक की थी. इसमें डीएम उदिता सिंह ने उन्हें जानकारी दी कि जिले में अभियान बेहतर चल रहा है. 19 से लेकर 30 अप्रैल तक जिले के 19 प्रखंडों के 401 महादलित टोलों पर शिविर लगाया गया. इनमें 22 योजनाओं का लाभ देने के लिए 38679 परिवारों को चिह्नित किया गया है.शिवसागर में लगे शिविर में लोगों की शिकायत
बुधवार को जिले के कई प्रखंडों के महादलित टोलों पर शिविर लगाकर योजनाओं का लाभ दिया गया. शिवसागर प्रखंड के गिरधरिया गांव के महादलित टोले में भी शिविर लगाया गया था. लेकिन, वहां की व्यवस्था को देखकर लोगों ने शिकायत की. लोगों ने कहा कि इस शिविर के आयोजन से पहले किसी भी प्रकार का निमंत्रण पत्र हमें नहीं दिया गया था. राधेश्याम राम, ललित राम, संतोष कुमार, सतेंद्र राम और चांदमुनी कुंवर ने आरोप लगाया कि शिविर लगने के बाद कुछ घरों में आशा ने जाकर बताया, जिसके बाद लोग पहुंचे. इस शिविर को विकास मित्र के भरोसे छोड़ दिया गया है. जिले का कोई भी वरीय अधिकारी यहां नहीं पहुंचा. इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि पहले से ही सर्वे कर महादलित बस्तियों में योजनाओं के लाभ के लिए परिवारों को चिह्नित किया गया है. शिविर ऐसे लोगों के लिए लगाया जा रहा है, जो सर्वे के दौरान छूट गये हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के लिए कई प्रकार की व्यवस्था की गयी है. अगर ऐसा नहीं किया जा रहा है, तो उसकी जांच की जायेगी.ये हैं 22 योजनाएं, जिनका देना है लाभ
राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना, स्कूल में नामांकन, आंगनबाड़ी, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, आधार कार्ड निर्माण, कुशल युवा प्रोग्राम, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, इ-श्रम कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, वास भूमि बंदोबस्ती, सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं (जिसमें कई तरह के पेंशन), बुनयाद केंद्र से संबंधित योजनाएं, हर घर नल-जल योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण पक्की गली-नाली निश्चय योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, बिजली कनेक्शन, जीविका समूह व सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री टोला संपर्क योजना और स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय योजना शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है