मौना मदरसा के समीप हुआ हादसा, ग्रामीणों ने जाम की सड़क
घर का इकलौता था दीपक, परिजनों का रो-रोकर है बुरा हालफोटो -11- सड़क जाम किये ग्रामीण.
प्रतिनिधि, नासरीगंजथाना क्षेत्र के मौना मदरसा के समीप तेज रफ्तार में मौना बाजार की तरफ से आ रहे बालू लदे हाइवा की टक्कर से बाइक और स्कूटी की आपस में जोरदार टक्कर हो गयी. इसमें स्कूटी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. उसकी पहचान राजपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव निवासी राम दारोगा तिवारी के 22 वर्षीय पुत्र दीपक तिवारी उर्फ दीपू के रूप में की गयी. इस हादसे से घर का इकलौता चिराग बुझ गया. दीपक अपने माता पिता का इकलौता पुत्र था. वहीं, स्कूटी पर सवार दीपक का 10 वर्षीय भगिना था, जो पूरी तरह सुरक्षित है. वहीं, बाइक चालक नासरीगंज थाना क्षेत्र के पडुरी गांव निवासी लक्ष्मण साह का लगभग 28 वर्षीय पुत्र टिंसु कुमार बताया जाता है. उसका पैर टूट गया है. उसे बनारस रेफर किया गया है, जो फिलहाल खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धुस की तरफ से तेज रफ्तार में अनियंत्रित हाइवा ने पहले बाइक में जोरदार टक्कर मार दी. इसके बाद बाइक और स्कूटी में जोरदार टक्कर हो गयी. दोनों का टकराव इतना भयावह था कि स्कूटी और बाइक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी. ग्रामीणों व पुलिस की मदद से निजी वाहन से स्कूटी सवार गंभीर रूप घायल युवक को सासाराम अस्पताल भेजा गया. वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. दीपू पिपरडीह गांव अपने मौसी को पहुंचाने आया था. मौसी को पहुंचाकर वह वापस अपने भगिना के साथ स्कूटी से घर लौट रहा था. इस दौरान मौना मदरसा के समीप हाइवा के चकमे से दूसरी बाइक में टक्कर हो गयी. घटना से गुस्साये ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. सूचना पर पहुंचे राजपुर थानाध्यक्ष शशिभूषण कुमार, नासरीगंज थाना के एसआइ सुबोध कुमार व एएसआइ अंजय कुमार सिंह ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया. पुलिस ने क्षतिग्रस्त बाइक और स्कूटी को थाना परिसर में लगा दिया. क्षतिग्रस्त बाइक बीआर24एस 8444 व स्कूटी बीआरजीरोवन एचजी 2567 है. थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि सड़क दुर्घटना में क्षतिग्रस्त स्कूटी और बाइक को जब्त कर थाना लाया गया. अभी तक कोई आवेदन प्राप्त नही हुआ है. आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.पकड़ी गांव में शव पहुंचते ही पसरा मातम
मौसी को पीपरडीह पहुंचाकर अपने गांव पकड़ी जाने के दौरान पकड़ी निवासी लगभग 22 वर्षीय दीपक की इलाज के क्रम में हुई मौत के बाद दोपहर में उसका शव गांव में पहुंचा. गांव में शव पहुंचते ही कोहराम मच गया. मृतक की मां, पिता और पत्नी बार-बार बेहोश हो रहे थे. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. इस कारुणिक दृश्य को देख उपस्थित लोगों की आंखें भी नम हो गयीं.पांच दिन पूर्व दीपक की खुशी से हुई थी शादी
फोटो -11ए- रोते-बिलखते परिजन.
दीपक कुमार तिवारी उर्फ दीपू की मौत के बाद उसकी पत्नी खुशी की मांग का सिंदूर महज पांच दिनों में ही उजड़ गया. दीपक की शादी काराकाट थाना क्षेत्र के भोपतपुर गांव निवासी अनिल पांडेय की पुत्री खुशी कुमारी के साथ पांच जून को हुआ था. पिता अनिल पांडेय ने बताया कि मेरी बेटी खुशी की शादी पांच जून को धूमधाम से हुई थी. दो जून को तिलक था और पांच जून को शादी हुई. शादी के बाद दोनों परिवारों में खुशियों का माहौल था. अभी तो मेरी पुत्री के हाथ से मेहंदी के रंग और पांव से महावर के रंग छूटे भी नहीं थे. महज पांच दिनों में मेरा दामाद मेरी पुत्री को यूं छोड़कर चला जायेगा, इसकी कल्पना भी नहीं की थी. घटना के बाद मृतक की पत्नी पूरी तरह से सदमे में है. ससुराल वालों पर भी गम का पहाड़ टूट पड़ा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है