राज्यस्तर पर एनक्वास प्रमाणित हो चुका है रसूलपुर एचडब्ल्यूसी
फोटो-11- रसूलपुर एचडब्ल्यूसी की जांच करने पहुंची केंद्रीय टीम.प्रतिनिधि, सासाराम सदरजिला के रोहतास प्रखंड अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) को राष्ट्रीय स्तर पर एनक्वास प्रमाणित करने के लिए कार्य कर रही पीरामल फाउंडेशन के राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ शनिवार को केंद्रीय टीम ने केंद्र का मूल्यांकन किया. इसमें टीम ने केंद्र प्रभारी दिव्या कुमारी से केंद्र की गुणवत्ता, जांच, रखरखाव, केंद्र पर पहुंचने वाले ग्रामीण रोगियों को मिल रही सुविधाओं, महिलाओं को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं और उनकी बीमारियों की जांच, बीपी, शुगर, ओपीडी समेत विभिन्न सुविधाओं की जानकारी ली. गौरतलब है कि रसूलपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को एनक्वास में जिला व राज्य स्तर पर पहले ही प्रमाण पत्र मिल चुका है. बेहतर करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने उक्त केंद्र को एक लाख रुपए से पुरस्कृत भी किया था. जिसको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित करने के लिए केंद्रीय टीम द्वारा मूल्यांकन किया गया. सरकारी अस्पतालों में मरीजों के आकर्षण हेतु सरकारी अस्पतालों का कायाकल्प और स्वास्थ्य सुविधाओं पर बेहतर कार्य किया जा रहा है. इससे सरकारी अस्पतालों में वर्तमान समय में सभी तरह के रोग के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.
रसूलपुर एचडब्ल्यूसी में मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
रोहतास प्रखंड के रसूलपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का मुआयना करने पहुंची केंद्रीय टीम ने अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के साथ भी बात की. इस दौरान मरीजों ने केंद्र प्रभारी दिव्या कुमारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रभारी का मरीजों को रिसीव करने, समझने व महिलाओं की केयरटेकिंग का तरीका बहुत अलग है. उनके सुगम व्यवहार से भी भारी संख्या में मरीज उक्त केंद्र में इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. टीम में शामिल को-स्टेट सीएओ सुनील कुमार ने बताया कि उक्त केंद्र जिला व राज्य स्तर पर पहले से प्रमाणित हो चुका है. राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणीकरण के लिए केंद्र के हर मानक का मूल्यांकन किया गया. मूल्यांकन टीम में पल्लवी बॉस, रोसन नायक, मुशर्रफ अली, हेमंत कुमार, अर्जुन गोस्वामी, कृष्णकांत कुमार छोटेलाल आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है