डीएम ने कहा- पीएम के कार्यक्रम स्थल से जल्द ही हटाया जायेगा मलबा, भूमि की मापी करा किसानों को दिया जायेगा खेत
बिक्रमगंज. बिक्रमगंज के जिन किसानों के खेत में प्रधानमंत्री का सभा स्थल बना था, वे खेत अब तक किसानों को वापस नहीं मिल सके हैं. एक सप्ताह बाद भी इन खेतों में पंडाल, शौचालय का स्ट्रक्चर और भाजपा के झंड़े व पट्टे पड़े हैं. खेत वाले किसानों की चिंता के मद्देनजर मलबा हटाने में होती देर को देख कार्यक्रम के प्रभारी भूमि राजस्व मंत्री संजय सरावगी ने एनटीपीसी को इस कार्य से हटाते हुए नयी एजेंसी को काम सौंप दिया. इसकी जानकारी काराकाट विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेश्वर राज देते हुए बताया कि नयी एजेंसी जल्द ही स्थल से झंडे, शौचालय का ढांचा और पक्की सड़क को हटाने का काम शुरू करेगी. डीएम उदिता सिंह ने भी कहा कि आज से खेतों में बनी सड़क हटाने का कार्य शुरु करा दिया गया है. जल्द ही खेतों की पैमाइश का काम शुरू होगा.इधर मोरोना के किसान राजू सिंह ने कहा कि हमें कहा गया था कि आठ जून खेत वापस कर दिया जायेगा. लेकिन, आज पांच जून हो गया. एजेंसी बदली है. कई दिन तो इसे सामग्री समेटने में लगेगा. इसके बाद जमीन से सड़क हटायी जायेगी. तब कही भूमि मापी जायेगी और मेढ़ दिया जायेगा. पूर्व मुखिया अंकित मिश्रा उर्फ भदन जी ने कहा कि प्रशासन खेतों की जल्द पैमाइश करा किसानों को पूर्व की तरह जमीन सौंपे. अगर जल्दी कार्य नहीं हुआ, तो हमारी खेती पर संकट आ जायेगा, जो जन आंदोलन का कारण भी बन सकता है.
पीएम की सभा के बाद सोशल मीडिया में एक खबर आयी थी कि पीएम की सभा में तिरंगा की जिम्मेवारी एनटीपीसी को दी गयी थी, जिसे निभाने में वह नाकामयाब रही थी. तब से उस पर प्रशासन की टेढ़ी नजर पड़ी थी. ताजा वाकया सभा स्थल से मलबा हटाने को लेकर हो गया है. एनटीपीसी को उक्त कार्य से मुक्त कर दिया गया है. यह खबर पहले वाली खबर की चुगली करने को काफी है. ज्ञातव्य हो कि प्रधानमंत्री की सभा के लिए 12 लाख वर्ग फीट में मंच, पंडाल और सड़कें बनायी गयी थी. खेत अब मैदान की शक्ल ले चुके हैं. न कोई मेड़, न सीमाएं, न ही पहचान जो, विवाद का कारण बन सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है