विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर सदर अस्पताल में हुई पोस्टर प्रतियोगिताफोटो-2- सदर अस्पताल में पोस्टर प्रतियोगिता में शामिल जीएनएम स्कूल की छात्राएं व चिकित्सक.प्रतिनिधि, सासाराम सदरतंबाकू की लत जानलेवा है. इसके सेवन से कैंसर समेत विभिन्न तरह की जानलेवा बीमारियां उत्पन्न होती है. 90 प्रतिशत मुख के कैंसर का कारण तंबाकू होता है. तंबाकू के प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक वैश्विक पहल है और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन तंबाकू के सेवन के खतरों के बारे में लोगों को जागरूक करने का एक प्रभावी तरीका है. उक्त बातें विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर शनिवार को सदर अस्पताल स्थित होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र की टीम द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के दौरान स्कूली छात्राओं को संबोधित करते हुए गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ आशीत रंजन ने कहीं. उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता का उद्देश्य तंबाकू सेवन के हानिकारक प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करना, तंबाकू का सेवन छोड़ने व तंबाकू मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित करना, तंबाकू उद्योग की हानिकारक गतिविधियों और नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना हैं. इसके लिए खुद के अलावा अपने आस-पास के लोगों खासकर युवाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है. तंबाकू निषेध दिवस हर वर्ष 31 मई को जिला अस्पताल के अलावा प्रखंड व पंचायत स्तर के सरकारी अस्पतालों व स्कूलों में आयोजित कर लोगों में जागरूकता फैलाई जाती है.
तंबाकू उद्योग पर भी आवाज उठानी जरूरी
मनोवैज्ञानिक डॉ मानसी ने कहा कि वर्तमान समय में तंबाकू उद्योग कई तरह के आकर्षित पोस्टरों व विज्ञापनों से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. जिसके आगोश में युवा फंसकर अपनी जान तक गंवा रहे हैं. तंबाकू युवाओं की मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है. वर्तमान समय में युवाओं में धूम्रपान व चबाने वाले तंबाकू के सेवन का लत तेजी से फैल रहा है. जो समाज के लिए चिंतनीय है. तंबाकू के सेवन से कैंसर, हृदय रोग लीवर की बीमारी, क्रोनिक रोग के साथ मानसिक रोग और गंभीर बीमारियां हो रही है. ऐसे में आमजनों को भी तंबाकू बिक्री वाले दुकानों समेत उद्योग के खिलाफ भी आवाज उठाना होगा.छात्राओं ने पोस्टर से किया जागरूक
डॉ शिवानी ने कहा कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विभिन्न जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने अलग-अलग पोस्टर बना लोगों को जागरूक किया. तंबाकू सेवन से बचाव का जागरूकता ही बेहतर विकल्प है. इस प्रभाव से युवा पीढ़ी को हर हाल में दूरी बनानी होगी. विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर पोस्टर प्रतियोगिता एक महत्वपूर्ण गतिविधि है जो तंबाकू के सेवन के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करने में मदद करती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने 1987 में तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और मौतों पर लगाम लगाने के लिए इसकी शुरुआत की थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है