तिलौथू़ स्थानीय पीएचसी में विगत एक सप्ताह से एंटी रेबीज वैक्सीन नदारत है. कई मरीज जिन्हें एंटी रेबीज लेनी थी, वह अस्पताल का चक्कर पांच दिनों से लगा रहे हैं. लेकिन, अंत में उन्हें सासाराम सदर अस्पताल या फिर प्राइवेट अस्पताल का रुख अपनाना पड़ा. इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि मेरे यहां विगत पांच दिनों से एंटी रेबीज वैक्सीन खत्म है और इसकी सबसे बड़ी लापरवाही पीएचसी में कार्यरत स्टोरकीपर राकेश कुमार की है. उन्होंने बताया स्टोरकीपर राकेश कुमार पांच दिनों से एंटी रेबीज वैक्सीन खत्म होने के बाद भी सासाराम से तिलौथू पीएचसी वैक्सीन नहीं ला पाया. इसकी वजह से मरीजों को परेशानी हो रही है. मैं स्टोरकीपर पर विभागीय कार्रवाई करूंगा. उन्होंने कहा कार्य में लापरवाही बरतने वाली छह एएनएम का वेतन बंद किया गया है. गौरतलब है कि तिलौथू प्रखंड क्षेत्र ग्रामीण इलाके व कैमूर पहाड़ी से घिरा हुआ प्रखंड है. यहां अक्सर जानवरों द्वारा हमले किये जाने व जानवरों द्वारा काट दिये जाने के शिकार आमजन हो जाते हैं. पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण अधिकांश लोगों को बंदर भी काट लिया करते हैं तथा कुत्ते भी काटते हैं, जो एंटी रेबीज वैक्सीन लेना अति आवश्यक प्रतीत होता है. ऐसे में मरीजों को खासा परेशानी हो रही है. पबरसात के मौसम होने के बावजूद तिलौथू पीएचसी में एंटी वेनम भी नहीं है. इस पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि एंटी वेनम का इंजेक्शन स्नेक बाइट मरीज को चढ़ाने के लिए उसके लिए एक्सपीरियंस वाला डॉक्टर चाहिए, जो फिलहाल तिलौथू पीएचसी में नहीं है. कई मरीज ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में दवा मौजूद रहने के बाद भी बाहर से दवा खरीदने की बात कही जाती है. अब देखना यही है कि क्या लापरवाह स्टोरकीपर पर विभाग कार्रवाई होती है या नहीं.
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