तैयारी शुरू. शिक्षा विभाग के निर्देश पर हो रहा कार्यक्रम का आयोजन
बच्चों की पढ़ाई, वातावरण और सुधार पर होगी खुलकर चर्चाफोटो-3- जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालयप्रतिनिधि, सासाराम ऑफिसजिले के सभी प्राथमिक, मध्य व उच्च विद्यालयों में 31 मई को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा. शिक्षा विभाग के निर्देश पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम को लेकर स्कूलों में तैयारी शुरू हो चुकी है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, यह संगोष्ठी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अभिभावकों की सहभागिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है. विभाग का मानना है कि जब अभिभावक स्कूल से जुड़ते हैं, तो बच्चों की पढ़ाई, व्यवहार और समग्र विकास में सकारात्मक बदलाव आता है. संगोष्ठी के दौरान शिक्षकों और अभिभावकों के बीच आठ प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की जायेगी. इनमें पहला बिंदु छात्रों को पाठ्यपुस्तक, अभ्यास पुस्तिका और टिफिन किट की उपलब्धता, उनके उपयोग की जानकारी से जुड़ा होगा. अभिभावकों को यह बताया जायेगा कि बच्चे पुस्तकों की सही देखभाल कर रहे हैं या नहीं. वहीं दूसरे बिंदु के तहत अप्रैल से मई के बीच हुई पढ़ाई की समीक्षा की जायेगी. साथ ही यह बताया जायेगा कि छुट्टियों के दौरान दोहराव कैसे किया जाए और अभिभावक इसमें किस प्रकार मदद कर सकते हैं. तीसरा बिंदु छात्रों के लिए घर में ‘स्टडी कॉर्नर’ बनाने की अपील से संबंधित रहेगा. गृहकार्य की निगरानी, अध्ययन सामग्री की उपलब्धता, पुस्तकों के सदुपयोग पर चर्चा, साफ-सफाई और आचरण जैसे व्यावहारिक मुद्दों पर भी विस्तार से बात होगी. शिक्षक छुट्टी के दौरान दिया गया गृहकार्य ई-शिक्षालय पर अपलोड करेंगे और एसएमसी की मदद से उसकी मॉनीटरिंग की जायेगी.शिक्षक संगोष्ठी का फोटो करना होगा अपलोडजारी पत्र के अनुसार अपर मुख्य सचिव ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वह अपने परिसर में हुई शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी का फोटो लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के पोर्टल पर अपलोड करेंगे. अगर कुछ उत्कृष्ट रिपोर्ट आती है, तो उस रिपोर्ट को विभागीय वेबसाइट व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित किया जायेगा.
अभिभावकों से लिया जायेगा वातावरण सुधार संबंधी सुझाव
इस संगोष्ठी के माध्यम से अभिभावकों से सुझाव लिए जाएंगे कि स्कूल का वातावरण कैसे बेहतर हो. इन सुझावों पर कार्य करने की पहल की जायेगी. पत्र में अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि यह संगोष्ठी न केवल छात्रों के शैक्षणिक विकास बल्कि उनके व्यवहारिक, सामाजिक और नैतिक विकास में भी सहायक होगी. साथ ही यह भी साफ कर दिया और अपेक्षा की है कि शिक्षक व प्रधानाध्यापक पूरी गंभीरता से इस कार्यक्रम को सफल बनायेंगे और अभिभावकों से संवाद को बेहतर बनायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है