Bihar News: सुपौल जिले के मल्हनी वार्ड नंबर 01 में ई-रिक्शा चार्जिंग के दौरान करंट लगने से दो चचेरे भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे में पहले इरफान की मां और दादी करंट की चपेट में आईं, जिन्हें बचाने की कोशिश में इरफान (16 वर्ष) और उसका भाई जिशान (17 वर्ष) भी झुलस गए. दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. दोनों युवक बकरीद से ठीक पहले दिल्ली से गांव लौटे थे. घटना के बाद गांव में शोक की लहर है और परिजन गहरे सदमे में हैं.
क्या हुआ था हादसे के समय ?
जानकारी के अनुसार, मो. इरफान (16 वर्ष) के घर पर ई-रिक्शा चार्ज पर लगाया गया था. उसी दौरान किसी वजह से उसकी मां ने रिक्शा को छू लिया, जिससे उन्हें जोरदार करंट लगा. मां को बचाने के लिए इरफान की दादी दौड़ीं और वो भी करंट की चपेट में आ गईं. जब इरफान ने देखा कि उसकी मां और दादी करंट में फंसी हैं, तो वह दौड़कर बचाने गया. इस कोशिश में उसका पैर एक नंगे तार पर पड़ गया और वह भी करंट की चपेट में आ गया. थोड़ी देर बाद उसका चचेरा भाई मो. जिशान (17 वर्ष) उसे बचाने आया, लेकिन वह भी बिजली की चपेट में आ गया.
अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
आस-पास के लोग किसी तरह चारों को करंट से अलग कर अस्पताल लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने इरफान और जिशान को मृत घोषित कर दिया, जबकि मां और दादी का इलाज पास के नर्सिंग होम में चल रहा है. डॉक्टरों ने बताया है कि, दोनों महिलाएं अब खतरे से बाहर हैं.
बकरीद से पहले गांव लौटे थे दोनों भाई
ग्रामीणों ने बताया कि, मो. इरफान और मो. जिशान बकरीद से दो दिन पहले ही दिल्ली से गांव आए थे. इरफान के पिता मो. आलम ई-रिक्शा चलाते हैं, वहीं जिशान का परिवार दिल्ली में सिलाई का काम करता है. पिछले साल जिशान के पिता का देहांत हो गया था, जिसके बाद वह परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहा था और इस हादसे की खबर मिलते ही गांव में शोक का माहौल बन गया. घर में मातम का माहौल है और परिजन सदमे में हैं. परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है.
क्या हुआ था हादसे के समय ?
जानकारी के अनुसार, मो. इरफान (16 वर्ष) के घर पर ई-रिक्शा चार्ज पर लगाया गया था. उसी दौरान किसी वजह से उसकी मां ने रिक्शा को छू लिया, जिससे उन्हें जोरदार करंट लगा. मां को बचाने के लिए इरफान की दादी दौड़ीं और वो भी करंट की चपेट में आ गईं. जब इरफान ने देखा कि उसकी मां और दादी करंट में फंसी हैं, तो वह दौड़कर बचाने गया. इस कोशिश में उसका पैर एक नंगे तार पर पड़ गया और वह भी करंट की चपेट में आ गया. थोड़ी देर बाद उसका चचेरा भाई मो. जिशान (17 वर्ष) उसे बचाने आया, लेकिन वह भी बिजली की चपेट में आ गया.
अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
आस-पास के लोग किसी तरह चारों को करंट से अलग कर अस्पताल लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने इरफान और जिशान को मृत घोषित कर दिया, जबकि मां और दादी का इलाज पास के नर्सिंग होम में चल रहा है. डॉक्टरों ने बताया है कि, दोनों महिलाएं अब खतरे से बाहर हैं.
बकरीद से पहले गांव लौटे थे दोनों भाई
ग्रामीणों ने बताया कि, मो. इरफान और मो. जिशान बकरीद से दो दिन पहले ही दिल्ली से गांव आए थे. इरफान के पिता मो. आलम ई-रिक्शा चलाते हैं, वहीं जिशान का परिवार दिल्ली में सिलाई का काम करता है. पिछले साल जिशान के पिता का देहांत हो गया था, जिसके बाद वह परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहा था और इस हादसे की खबर मिलते ही गांव में शोक का माहौल बन गया. घर में मातम का माहौल है और परिजन सदमे में हैं. परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है.
(मानसी सिंह की रिपोर्ट)
Also Read: Cyber Fraud: बिहार में ट्रेडिंग एप से साइबर ठगी, फ्रॉड के ठिकाने से एक करोड़ की तिजोरी जब्त