Delhi Assembly: आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के ऑफिस से बाबा साहेब और शहीद भगत सिंह की तस्वीर हटा दी गई है. पूर्व सीएम आतिशी ने इसको लेकर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि यह बीजेपी की दलित और सिख विरोधी राजनीति को दर्शाती है. दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी आतिशी की ट्वीट को टैग करते हुए लिखा “दिल्ली की नई बीजेपी सरकार ने बाबा साहेब की फोटो हटाकर प्रधानमंत्री मोदी की फोटो लगा दी है. ये सही नहीं है. इससे बाबा साहेब के करोड़ों अनुयायियों को ठेस पहुंची है. मेरी बीजेपी से प्रार्थना है कि आप प्रधानमंत्री की फोटो लगा लीजिए लेकिन बाबा साहेब की फोटो तो मत हटाइए. उनकी फोटो लगी रहने दीजिए.”
आम आदमी पार्टी ने जताया विरोध
आम आदमी पार्टी ने फोटो हटाने का विरोध किया है. नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीए आतिशी ने कहा ‘दिल्ली सरकार में अरविंद केजरीवाल के सीएम रहते हुए हर सरकारी ऑफिस में बाबा साहेब और शहीद भगत सिंह की फोटो लगी थी. लेकिन, आज जब हम दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मिलने विधानसभा में स्थित उनके ऑफिस पहुंचे तो देखा कि दोनों ही फ़ोटो सीएम कार्यालय से हटा दी गई है, विधानसभा में आम आदमी पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है.’ AAP ने दावा किया कि सीएम के दफ्तर में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और महात्मा गांधी की तस्वीर लगी है.
आतिशी ने विधानसभा में छेड़ी जंग
दिल्ली विधानसभा में तस्वीर हटाने के मामले को लेकर आतिशी ने सोमवार को हंगामा किया. दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा का स्पीकर चुने जाने पर पहले बधाई दी. इसके बाद उन्होंने फोटो हटाने का मुद्दा उठाया. आतिशी ने कहा कि मैं बहुत पीड़ा से यह कह रही हूं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब की तस्वीर हटा दी है. यह नहीं है. यह बीजेपी के दलित विरोधी, सिख विरोधी और देश विरोधी मानसिकता को दर्शाती है. आतिशी के इस बयान से पूरे सदन में हंगामा मच गया.
बीजेपी ने किया पलटवार
दिल्ली के एलओपी आतिशी के सीएम कार्यालय से बाबासाहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाने के आरोपों पर दिल्ली के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा “इन आप-दा लोगों का एक ही काम है- दिल्ली में विकास न करना. उनके पास 10 साल का समय था, लेकिन उन्होंने दिल्ली में चीजों को बदतर बना दिया. आज भी उन्होंने सदन की पवित्रता को नुकसान पहुंचाया है. सदन दिल्ली के लोगों के विश्वास पर आधारित है. उन्हें बहुत उम्मीदें हैं. मैं आप-दा को बताना चाहूंगा कि दिल्ली में विकास होगा, आपके अगर अच्छे सुझाव होंगे तो हम उसे स्वीकार करेंगे, दिल्ली को विकसित दिल्ली बनाने में हमारी मदद करें.”
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